ब्रह्मांड में केवल पृथ्वी ही ऐसा ग्रह है जहां जल-जीवन है. क्या आप जानते हैं मंगल (Mars) ऐसा क्यों नहीं है?



अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने मंगल ग्रह पर खोज को लेकर अब तक कई कोशिशें की हैं.



इस लाल ग्रह पर नासा ने 2018 में एक मशीन- इनसाइट लैंडर भेजी. जिससे जुटाए गए डेटा से कई बातें पता चली हैं.



इनसाइट लैंडर के डेटा से पता चला कि मंगल ग्रह के केंद्र में कौन से तत्व हैं.



डेटा के मुताबिक, मंगल के केंद्र में पिघला लोहा और इससे बनने वाली अन्य धातुएं हैं. इसमें सल्फर और ऑक्सीजन सबसे ज्यादा है.



अब तक के रिसर्च में पृथ्वी और मंगल में कई समानाएं पाई गई हैं.



मगर, समानताएं होने के बाद भी धरती पर जीवन संभव है, जबकि मंगल पर नहीं.



दरअसल, मंगल ग्रह के केंद्र में मौजूद सीस्मिक वेव्स (भूकंपीय तरंगों) की वजह से इंसान वहां नहीं जी सकता.



धरती हमें सौर तूफान से बचा लेती है, लेकिन मंगल ग्रह पर यह मुमकिन नहीं है. इसलिए वहां जिंदा नहीं रह पाएंगे.