दिवाली के दिन लक्ष्मी-गणेश की पूजा करने से अपार धन-संपदा, सौभाग्य और वैभव की प्राप्ति होती है.

इस दिन पूजन के लिए नए लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति खरीद कर लाते हैं और फिर अगली दिवाली तक उन्हें मंदिर में ही रखा जाता है.

आज दिवाली के दिन नए लक्ष्मी-गणेश की पूजा के बाद पुराने लक्षमी-गणेश की मूर्ति का क्या करें? ये सवाल सबके मन में आता है.

पुरानी मूर्तियों की ओर हाथ जोड़कर प्रार्थना करें कि आपने सालभर हमारी रक्षा की और अब इन नई मूर्तियों में अपना स्थान ग्रहण करें.

पुरानी मूर्तियों पर भी रोली का तिलक करें. साथ ही पुष्प, मिष्ठान, खील, बतासे आदि अर्पित करें.

6 नवंबर दूज के दिन पुरानी मूर्तियों के स्थान पर नई मूर्तियां की स्थापना कर दें.

पुरानी मूर्तियों को अखबार या किसी पुराने कागज में लपेट कर साफ स्थान पर रख दें.

जब आपको मौका मिले जो किसी बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें. ये किसी पेड़ की मिट्टी में दबा दें.

भूल से भी इन मुर्तियों को इधर-उधर न रखें या फेंके. ऐसा करने पर सालभर की गई पूजा निष्फल हो जाएगी.

घर में विभिन्न प्रकार की परेशानियां आएंगी और घर में दरिद्रता का वास होगा.