सिनेमा हॉल्स का भारत में एक लंबा इतिहास है, जो समय के साथ बदलते रहे हैं



दिल्ली में 1930 और 1940 के दशक में कई प्रसिद्ध सिनेमा हॉल बने थे, जो आज भी याद किए जाते हैं



रीगल सिनेमा (1932) दिल्ली के कनॉट प्लेस में स्थित है और यह देश के सबसे पुराने सिनेमा हॉल्स में से एक है



प्लाजा सिनेमा (1933) भी कनॉट प्लेस में है और यह दिल्ली का दूसरा सबसे पुराना सिंगल स्क्रीन सिनेमा हॉल है



मोती सिनेमा (1938) चांदनी चौक में स्थित था और यह शाहरुख खान और राज कपूर जैसे सितारों का घर था



नवीनता सिनेमा (1930) श्यामा प्रसाद मुखर्जी मार्ग पर स्थित था और पहले इसे एलफिंस्टन सिनेमा कहा जाता था



रिट्ज सिनेमा (1937) कश्मीरी गेट में स्थित था और इसमें 900 लोगों के बैठने की जगह थी



डिलाइट सिनेमा (1955) आसफ अली रोड पर था और मल्टीप्लेक्स युग में भी यह बहुत प्रसिद्ध था



फिल्मिस्तान (1957) सदर बाजार में था और इसमें 854 लोग बैठ सकते थे



इन ऐतिहासिक सिनेमा हॉल्स ने भारतीय सिनेमा के सुनहरे दौर को याद दिलाया है और कुछ आज भी मौजूद हैं.