यमराज को हिंदू धर्म में मृत्यु का देवता माना गया है.

यमराज का वाहन भैंस है, जिसका नाम पौंडक है.

पौराणिक कथा के अनुसार पौंडक का जन्म शिव के रूद्र रूप की जांघ से हुआ था.

जानते हैं आखिर मृत्यु के देवता काले भैंस की सवारी क्यों करते हैं.

भैंसा अज्ञानता और तामिसक गुणों से मिलने वाले अंत का प्रतीक है.

मनुष्य भी जन्म के बाद अज्ञानता में यह भूल जाता है कि मृत्यु जरूर प्राप्त होगा.

और मनुष्य अज्ञानत में अपने नश्वर शरीर से प्रेम करने लगता है.

इसी तरह भैंस भी अज्ञानता में अपने ही गोबर में लेटकर आनंद लेता है.

यमराज का भैंस केवल नरक का रास्ता जानता है.

मनुष्य के पास उसका नश्वर शरीर तब तक ही है जब तक

भैंस पर सवार होकर यमराज उस तक नहीं पहुंच जाते.