महाकुंब का आखिरी स्नान 26 फरवरी को
महाशिवरात्रि पर किया जाएगा.


महाकुंभ में गंगा स्नान के कुछ नियम का पालन जरुर
करना चाहिए, तभी पुण्य की प्राप्ति होती है.


महाकुंभ में गंगा स्नान अपवित्र कपड़े यानी गंदे कपड़े
पहनकर न करें, इससे दोष लगता है.


साधु-संतों के स्नान के बाद ही गंगा स्नान करें.



शास्त्रों के अनुसार, कुंभ में स्नान करते समय कम
से कम पांच डुबकी लगाना चाहिए.


सरोवर में डुबकी तो मन का मैल धोने के लिए लगाई जाती है.
तन का मैल न धोएं, साबुन या डिटर्जेंट का इस्तेमलाल न करें.


महाकुंभ में घाट पर कपड़े न धोएं. पूजा सामग्री नदी में न डालें.



महाकुंभ के दौरान गंगा जी में स्नान के बाद नदी में खड़े
होकर ही सूर्य को अर्घ्य दें, पितरों का तर्पण करें.