सनातन धर्म में स्त्री को दैवीय महत्व दिया जाता है. बेटी-बहुओं को तो साक्षात लक्ष्मी का रूप माना जाता है. विवाह के बाद महिला घर की जिम्मेदारी संभालती है और गृहणी कहलाती है. लेकिन महिला को गृहलक्ष्मी क्यों कहते हैं और इसका क्या अर्थ है. धार्मिक मान्यता अनुसार देवी लक्ष्मी को ब्रह्मांड की ऊर्जा माना गया है. लक्ष्मी का रूप होने के कारण स्त्री से ही घर पर सकारात्मक ऊर्जा आती है. घर की महिला को गृहलक्ष्मी के रूप में उच्च सम्मान दिया जाता है. पत्नी को गृहलक्ष्मी कहा जाता है, जिसका अर्थ घर की लक्ष्मी से है.