भारत की तीन प्रमुख्य नदियों में से एक है सरस्वती नदी.



गंगा,यमुना, सरस्वती में सरस्वती नदी विलुप्त हो चुकी है.



जानते हैं सरस्वती नदी को श्राप क्यों दिया गया था.



एक बार वेदव्यास सरस्वती नदी के किनारे भगवान गणेश को महाभारत की कथा सुना रहे थे.



वेदव्यास ने सरस्वती नदी से धीरे बहने का अनुरोध किया था.



सरस्वती नदी ने उनकी बात नहीं मानी और अपने तेज़ बहाव में बहती रही.



इस बात से गुस्सा होकर भगवान गणेश ने सरस्वती नदी को पाताल से होकर बहने का श्राप दिया था.



पौराणिक कथाओं के अनुसार महाभारत काल में ऋषि दुर्वासा ने सरस्वती नदी को श्राप दिया था



यह कहा था कि वह कलयुग आने तक लुप्त हो जाएगी.



ऐसी मान्यता है कि कल्कि अवतार के बाद ही सरस्वती नदी फिर से धरती पर आएगी.