ग्रह-गोचर की दृष्टि से साल 2025 महत्वपूर्ण रहने वाला है.

बात करें देवगुरु बृहस्पति की तो इस वर्ष गुरु दो बार गोचर करेंगे.

शनि के बाद गुरु ऐसे ग्रह हैं, जोकि धीमी गति से चलते हैं.

वैसे तो गुरु का गोचर लगभग 13 माह के अंतराल में होता है.

लेकिन इस साल अतिचारी होकर 2 गुरु बार राशि परिवर्तन करेंगे.

गुरु का पहला गोचर 15 मई 2025 को मिथुन राशि में होगा.

इसके बाद गुरु का दूसरा गोचर 19 अक्टूबर 2025 को होगा.

लेकिन 11 अक्टूबर को गुरु कर्क में ही वक्री हो जाएंगे.

वक्री अवस्था में ही गुरु 4 दिसंबर 2025 को मिथुन राशि में आएंगे.