कई बार ऐसा लगता है कि हमारी प्रार्थना पूरी नहीं हो रही.

आखिर क्या कारण है कि ईश्वर हमारी प्रार्थना नहीं सुनते.

कारण यह है कि आपने ईश्वर को जो समय दिया वह सर्वश्रेष्ठ नहीं है.

ईश्वर दिव्य शक्ति है, इसलिए प्रार्थना के समय आपको पूर्णत: निमग्न होना चाहिए.

भटकते मन या कहीं जाने की जल्दी में की गई प्रार्थना ईश्वर नहीं सुनते.

ईश्वर से प्रार्थना करना तो आत्मा की पुकार होती है.

इसलिए दुख में लोग ईश्वर का अधिक सुमिरन करते हैं.

क्योंकि दुख में लोग अधिक एकाग्रचित हो जाते हैं.

ईश्वर तब सुनते हैं जब आप कृतज्ञता या अत्यंत निर्बल महसूस करते हैं.

इसलिए कहा भी जाता है कि, ‘निर्बल के बल राम’.