राष्ट्रभक्त स्वामी विवेकानंद के कई फॉलोअर्स हैं. इनके
विचार आज भी युवाओं को प्रेरित करते हैं.


स्वामी विवेकानंद कई लोगों की प्रेरणा बनें लेकिन वह
किसे अपना प्रेरणा स्त्रोत मानते थे, क्या आप जानते हैं ?


जब भी एक अच्छे गुरु-शिष्य का उदाहरण दिया जाता है
तब स्वामी विवेकानंद और उनके गुरु का जिक्र जरुर होता है.


स्वामी विवेकानंद के गुरु रामकृष्ण परमहंस थे. दोनों की मुलाकात
1881 में कलकत्ता में हुई थी.


जवाब में परमहंस बोले ‘मुझे ईश्वर उतना ही साफ दिखते हैं जितने
कि तुम, फर्क इतना है कि मैं तुम्हें गहराई से महसूस कर सकता हूं’


रामकृष्ण परमहंस की विचाराधारा से प्रेरित होकर स्वामी
विवेकानंद ने उन्हें अपना आध्यात्मिक गुरु मान लिया था.


दोनों गुरु-शिष्य की मुलाकात बेहद दिलचस्प थी. स्वामी जी ने
रामकृष्ण परमहंस से पूछा ‘क्या आपने कभी भगवान को देखा है ?’


परमहंस का ये जवाब सुनकर स्वामी विवेकानंद बहुत प्रभावित
हुए. इस बात ने उनके मन में गहरी छाप छोड़ी.