राम मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास का निधन हो गया है.



20 मई 1945 को संतकबीरनगर में आचार्य सत्येंद्र
दास का जन्म हुआ. बचपन से वह राम जी की भक्ति करते थे.


गुरुकुल पद्धति से पढ़े सत्येंद्र दास ने बतौर टीचर संस्कृत
महाविद्यालय में नौकरी की थी.


लॉ की डिग्री ले चुके आचार्य सत्येंद्र दास 1992 में
राम मंदिर के पुजारी बने.


20 साल की उम्र में उन्होंने रामलला के मंदिर में पुजारी
20 साल की उम्र में उन्होंने रामलला के मंदिर में पुजारी


इसके बाद उन्होंने अपना पूरा जीवन श्रीराम की सेवा में
समर्पित कर दिया.


6 दिसंबर 1992 को जब बाबरी विध्वंस हुआ तब रामलला
को सुरक्षित रखने के लिए वह उन्हें गोद में लेकर भागे थे


आचार्य सत्येंद्र दास का अंतिम संस्कार अयोध्या में
सरयू नदी के किनारे 13 फरवरी 2025 को होगा.