साल में कुल 24 एकादशी होती है, जिसमें हर माह में दो एकादशी पड़ती हैं.



हर एकादशी का अपना अलग महत्व होता है.



ज्येष्ठ माह में पड़ने वाली निर्जला एकादशी को सबसे बड़ी एकादशी माना जाता है.



18 जून , 2024 मंगलवार को पड़ने वाली एकादशी को निर्जला एकादशी का व्रत रखा जाएगा.



निर्जला एकादशी का व्रत रखने से साल की 24 एकादशी के व्रत के सामान फल की प्राप्ति होती है.



इस एकादशी को भीमसेनी एकादशी या पांडव एकादशी भी कहते हैं.



निर्जला एकादशी का व्रत रखने से मनचाहे फल की प्राप्ति होती है.



इस व्रत को रखने से विष्णु जी के साथ-साथ लक्ष्मी मां की कृपा भी प्राप्त होती है.



निर्जला एकादशी पर दान का बहुत महत्व होता है. इस दिन घड़े का दान जरुर करें.