26 मई 2025 को वट सावित्री व्रत है



सावित्री ने अपने पति सत्यवान के प्राण यम से वापस
लाने के लिए इस दिन निर्जला व्रत किया था.


यही वजह है कि महिलाएं अखंड सौभाग्य पाने के लिए
पूरे दिन बिना पानी पिए व्रत करती हैं.


धार्मिक मान्यता है कि इस व्रत के प्रभाव विवाहित स्त्रियों
के पतियों को लंबी आयु का वरदान मिलता है.


वट सावित्री व्रत में प्रेग्नेंट महिलाओं को निर्जला व्रत करने की
मनाही करते हैं. ये उनके और शिशु के लिए खतरनाक हो सकता है.


वहीं जो स्त्रियां बिना पानी के व्रत करती हैं वह सुबह और शाम की पूजा
के बाद ही व्रत का पारण करें. व्रत पारण के समय ही पानी पिएं.


वट सावित्री व्रत का पारण अगले दिन सूर्योदय के बाद
जलपान कर करना चाहिए.


वट सावित्री व्रत पारण करने से पहले सास को सुहाग की
सामग्री भेंट करें.