शनि जयंती हर साल ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मनाई जाती है.



इस तिथि के दिन शनि महाराज का जन्म हुआ था.



वे पिता सूर्य देव और माता छाया की संतान हैं.



उनकी बहन का नाम भद्रा है. शनि देव को न्याय का देवता कहते हैं.



जो लोग अपने जीवन में गलत कार्य करते हैं, उनको शनि की दशा यानि साढ़ेसाती और ढैय्या में कर्मों का फल प्राप्त होता है.



ऐसे में आइए जानें शनि जयंती डेट और पूजन शुभ मुहूर्त



वैदिक पंचांग के अनुसार, इस बार 5 जून दिन बुधवार को शाम 07 बजकर 54 मिनट से ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि प्रारंभ होगी.



यह तिथि अगले दिन 06 जून गुरुवार को शाम 06 बजकर 07 मिनट तक मान्य है.



ऐसे में उदयातिथि के आधार पर ज्येष्ठ अमावस्या 6 जून को है, इसलिए शनि जयंती 06 जून को मनाई जाएगी.



6 जून को सुबह 06 बजकर 09 मिनट से सुबह 09 बजकर 17 मिनट के बीच शनि पूजा कर सकते हैं.