ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि एकमात्र ऐसा ग्रह है जो ढाई साल तक एक ही राशि में रहते हैं. शनि जिस राशि में गोचर करते हैं, वो राशि और उसके आगे-पीछे वाली एक राशि पर शनि की साढ़ेसाती रहती है. 2024 के अंत तक शनि कुंभ राशि में गोचर करेंगे. कुंभ और मकर के स्वामी शनि देव ही हैं. इन दोनों पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है. शनि का राशि परिवर्तन 29 मार्च 2025 को होगा. इस दिन शनि मीन राशि में जाएंगे. मीन राशि में जाते ही मकर राशि वालों को शनि की साढ़ेसाती से छुटकारा मिल जाएगा. मीन राशि वालों पर साढ़ेसाती शुरू होगी. शनि की साढ़ेसाती बेहद कष्टकारी होती है. साढ़े 7 साल तक लोगों को इसके प्रभाव से गुजरना पड़ता है. जिन लोगों पर साढ़ेसाती चल रही है उन्हें शनि चालीसा का पाठ करना चाहिए, साथ ही लोहा, काले तिल का दान करें.