ऊर्जा से युक्त आशीर्वाद होता है.
घर लाना उचित है या नहीं.
वहीं श्रद्धा से ग्रहण करना चाहिए..
ईश्वरीय ऊर्जा से परिपूर्ण होता है.
तो शुद्ध भाव से घर ला सकते हैं.
प्रसाद घर नहीं लाना चाहिए.
नैना देवी और कोटिलिंगेश्वर मंदिर.
लाना अपशकुन माना जाता है.
रूप से ग्रहण किया जाता है.