इस साल हरतालिका तीज का व्रत 6 सितंबर 2024
को रखा जाएगा.


हरतालिका तीज भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि
पर मनाई जाती है. ये व्रत शिव-पार्वती जी को समर्पित है.


हरतालिका तीज में निर्जल व्रत कर रात्रि जागरण किया जाता है.
रातभर मां पार्वती और भोलेनाथ की पूजा करते हैं.


ग्रंथों के अनुसार हरतालिका व्रत के नियम बेहद कठिन है. इस
व्रत में न तो दोपहर में सो सकते हैं न ही रात में.


मान्यता है कि जो व्रती महिलाओं रात्रि में सो जाती हैं उन्हें अगले
जन्म में अजगर की योनि प्राप्त होती है.


शास्त्रों में शिव पूजा रात्रि में श्रेष्ठ मानी गई है, इसलिए हरतालिका
तीज पर शिव पूजा आठों प्रहर में करना चाहिए.


हरतालिका तीज का व्रत शुरू कर दिया तो इसे बीच में छोड़ा
नहीं जा सकता. व्रती को अपने जीवकाल तक इसे करना होता है.


आखिरी पूजा के बाद माता पार्वती को चढ़ाया सिंदूर अपने माथे
पर लगाएं और सुहाग की सामग्री ब्राह्मणी को दान कर दें.