भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी पर कृष्ण
जन्माष्टमी मनाई जाती है. ये कान्हा को समर्पित है.


जन्माष्टमी 26 अगस्त 2024 को है. इस दिन सूर्योदय से देर रात
तक व्रत करने का विधान है, रात 12 बजे कान्हा का जन्म होता है.


जन्माष्टमी पर कान्हा की पूजा के लिए प्रात: 12.06- प्रात: 12.51
तक शुभ मुहूर्त है.


कहते हैं कि जन्माष्टमी का व्रत से सात जन्मों का पाप धुल जाते हैं
व्यक्ति भौतिक सुखों का पाता है.


जिन लोगों की संतान नहीं हैं उन्हें जन्माष्टमी का व्रत कर कान्हा
की पूजा जरुर करना चाहिए, इससे सूनी गोद जल्द भर जाती है.


की पूजा जरुर करना चाहिए, इससे सूनी गोद जल्द भर जाती है.
लिए सजावट की जाती है, भजन-कीर्तन करते हैं.


रात 12 बजे खीरा काटकर श्रीकृष्ण का जन्म कराया जाता है.
माखन-मिश्री, फल मिठाई का भोग लगाते हैं.


उसके बाद ही व्रत पारण किया जाता है. व्रत रखने से सारे दुख
दर्द दूर होते हैं और सुख शांति की प्राप्ति होती है.