गुरु तेग बहादुर सिंह सिखों के नौंवें गुरु थे.



और गुरु तेग बहादुर सिंह एक क्रांतिकारी युग पुरुष थे.



उनका जन्म वैसाख कृष्ण पंचमी को पंजाब के अमृतसर में हुआ था.



विश्व इतिहास में धर्म एवं मानवीय मूल्यों, आदर्शों एवं सिद्धांत की रक्षा के लिए प्राणों की आहुति देने वालों में गुरु तेग बहादुर साहब का स्थान है.



ऐसे में आइए जानें औरंगजेब ने गुरु तेग बहादुर को क्यों मारा?



गुरु तेग बहादुर 24 नवंबर 1675 को शहीद हुए थे.



कुछ इतिहासकारों के अनुसार मुगल बादशाह औरंगजेब ने गुरु तेग बहादुर का सिर कटवा दिया था.



औरंगजेब चाहता था कि सिख गुरु इस्लाम स्वीकार कर लें लेकिन गुरु तेग बहादुर ने इससे इनकार कर दिया था.



गुरु तेग बहादुर के त्याग और बलिदान के लिए उन्हें “हिंद दी चादर” कहा जाता है.



मुगल बादशाह ने जिस जगह पर गुरु तेग बहादुर का सिर कटवाया था.



दिल्ली में उसी जगह पर आज शीशगंज गुरुद्वारा स्थित है.