गुरु आज मिथुन राशि में गोचर कर चुके हैं.
12 साल बाद गुरु इस राशि में आए हैं.


गुरु ग्रह यानी बृहस्पति का गोचर बहुत महत्वपूर्ण
माना जाता है. गुरु 1 साल बाद गोचर करते हैं.


गुरु ज्ञान, शिक्षक, संतान, शिक्षा, धार्मिक कार्य
धन, दान, पुण्य और वृद्धि आदि का कारक होता है.


गुरु कुंडली में शुभ हो तो व्यक्ति विद्वान और ज्ञानी
होता है, अपार मान-सम्मान पाता है.


पाप प्रभावों से मुक्त हो तो व्यक्ति की सारी समस्याएं
गायब हो जाती हैं.


गुरु की कृपा प्राप्त करने के लिए ओम ग्रां ग्रीं ग्रौं सः
गुरुवे नमः का जाप करें.


गुरु के मिथुन राशि में गोचर से वृश्चिक राशि वालों को
अधिक लाभ मिलने के योग हैं.


करियर में तरक्की मिलने की संभावना है. पैतृक संपत्ति
और जमापूंजी से लाभ मिलने के योग हैं.