चैत्र नवरात्रि की अष्टमी-नवमी का दिन माता की पूजा के
लिए बहुत खास होता है, इस दिन कन्या पूजन, हवन भी करते हैं.


चैत्र नवरात्रि की अष्टमी 5 अप्रैल 2025 को है. इस दिन
पूजा के लिए सुबह 7.41 से सुबह 9.15 तक शुभ मुहूर्त है.


नवरात्रि की अष्टमी पर कुल देवी और मां महागौरी का
पूजन किया जाता है.


कन्या भोजन के लिए अष्टमी और नवमी दोनों दिन श्रेष्ठ हैं.
इसमें 9 कन्याओं को भोजन कराने पर माता प्रसन्न होती हैं.


चैत्र नवरात्रि की नवमी 6 अप्रैल को है. इस दिन राम नवमी
और रवि पुष्य नक्षत्र का संयोग भी रहा है.


नवमी के दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा के लिए सुबह 7.40
से दोपहर 12.24 तक शुभ मुहूर्त है.


नवमी वाले दिन माता की पूजा के बाद हवन करने का विधान
है. इससे घर में सुख-समृद्धि आती है.


नवरात्रि का व्रत पारण भी 6 अप्रैल को रात 7.22 के
बाद किया जाएगा, इस समय नवमी समाप्त हो चुकी होगी.