नवरात्रि के सातवें दिन मां कालरात्रि की पूजा करें.
मां कालरात्रि की आरती करें और प्रसाद बांटें.


सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ-सुथरे कपड़े पहनें.
चौकी सजाएं, देवी की तस्वीर पर काले रंग की चुन्नी चढ़ाएं.


देवी के सामने दीपक और धूप जलाएं.
अक्षत, रोली, फूल, फल आदि अर्पित करें.


मां कालरात्रि की पूजा मध्य रात्रि में करना शुभ माना जाता है.
पूजा के दौरान लाल चंदन की माला के द्वारा मंत्र का जप करें.


इस दिन दुर्गा सप्तशती, दुर्गा चालीसा का पाठ करें.
मां कालरात्रि को गुड़ या गुड़ से बनी चीजों का भोग लगाएं.


मान्यता है कि ऐसा करने से जातक की सभी मुरादें जल्द पूरी होती हैं.
जीवन में आ रहे कष्टों से भी मुक्ति मिलती है.


रात्रि में मां की आरती करें और प्रसाद बांटें.
मां को प्रसन्न करने के लिए पूजा के दौरान रातरानी और लाल गुलाब का फूल चढ़ाना चाहिए.


पूजा थाली में गुड़ का हलवा, गुड़ की खीर जरूर शामिल करें.
मान्यता है कि इन चीजों का भोग लगाने से मां प्रसन्न होती हैं.


मां कालरात्रि दुश्मनों का दमन करने वाली देवी हैं.
उनकी पूजा करने से दुश्मनों पर विजय प्राप्त होती है.


जिस व्यक्ति को साहस की जरूरत होती है, उसे मां कालरात्रि की पूजा करनी चाहिए.
यह करने से सुख समृद्धि आती है, साथ ही जीवन खुशियों से भर जाता है.