गृह प्रवेश के दौरान पहली बार चूल्हे पर उबलते दूध का गिरना
शुभ माना जाता है.


अगर ऐसा बार-बार हो रहा है तो ये शुभ नहीं माना जाता है.



घर के कोई सदस्य बाहर जा रहा हो और उबलता दूध गिर
जाए तो ये दुर्भाग्य का संकेत माना जाता है.


वहीं शादी के बाद पहली रसोई में उबलता दूध गिर जाए
तो इसे अपशगुन माना जाता है.


दूध का संबंध चंद्रमा से है. बार-बार उबलते दूध के
गिरने पर चंद्र दोष लगता है, तनाव पैदा होता है.


चूल्हा यानी अग्नि मंगल का प्रतीक है. चंद्रमा और मंगल
एक शांति का कारक है तो दूसरा ऊर्जा का.


दोनों ग्रह एक दूसरे के विपरीत है. ऐसे में उबलते दूध
का गिरना सुख-शांति भंग कर सकता है.


अगर दूध उबलकर जल जाए तो इसे धन हानि, पारिवारिक कलह
का संकेत माना जाता है.