बच्चा कभी भी वो नहीं करता जो हम सिखाते हैं, बच्चा वो करता है जो वो देखता है.



मां-बाप शांति से बात करेंगे तो बच्चा भी उनका अनुसरण करेगा.



घर में प्यार, सम्मान और समझदारी है तो बच्चा भी वो ही सीखेगा.



घर के बड़े अगर गुस्से में चिल्लाते हैं, तो बच्चा भी चिल्लाएगा.



इसलिए कभी भी बच्चे के सामने गुस्सा या चिल्लाने से बचें.



जैसा व्यवहार आप उनसे चाहते हैं, पहले वो आदतें आपको अपने अंदर लानी होगी.



बच्चे का सबसे बड़ा अध्यापक उसकी आंखें होती हैं.



कभी भी बच्चे के सामने चिल्लाना या गुस्सा नहीं करना चाहिए.



ऐसा करने से बच्चों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है.