Bihar Migrant Workers Attack Fact Check: सोशल मीडिया पर कई पुराने वीडियो इस दावे के साथ वायरल हो रहे हैं कि तमिलनाडु में बिहार के प्रवासी श्रमिकों पर हमला किया गया है. वीडियो वायरल होने के बाद तमिलनाडु के पुलिस महानिदेशक सिलेंद्र बाबू ने 2 मार्च को ट्विटर पर इसका एक स्पष्टीकरण जारी किया था. उन्होंने अपने बयान में वीडियो के बारे में बताया. आइए जानते हैं इस वायरल दावे की क्या है सच्चाई?


ये वीडियो हो रहा वायरल


सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो के मुताबिक, 2 मार्च को बीजेपी बिहार ने अपने अधिकारिक ट्विटर अकाउंट से एक ग्राफिक के तौर पर इसे शेयर किया था, जिसमें एक वीडियो के स्क्रीनशॉट का इस्तेमाल करते हुए दावा किया कि तमिलनाडु में 12 प्रवासी श्रमिक मारे गए और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव एमके स्टालिन का जन्मदिन मना रहे थे.




वायरल वीडियो की सच्चाई 


हालांकि, इस वीडियो की सच्चाई ये थी कि यह बिहार के प्रवासी श्रमिकों पर हमले का वीडियो नहीं था, बल्कि हैदराबाद के जियागुडा का है. इसमें 29 वर्षीय जंगम साईनाथ की सार्वजनिक रूप से हत्या कर दी गई थी. डेक्कन क्रॉनिकल की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि पुलिस ने हत्या के सिलसिले में तीन लोगों आकाश, टिल्लू और सोनू को गिरफ्तार किया था. पुलिस को संदेह है कि कथित तौर पर अवैध संबंध के कारण साईनाथ की हत्या की गई थी. इसको लेकर तमिलनाडु के पुलिस महानिदेशक सिलेंद्र बाबू ने बताया कि ये वीडियो तमिलनाडु के संदर्भ में पूरी तरह से गलत और फेक है.






तेजस्वी यादव ने कही ये बात


बिहार बीजेपी के द्वारा सोशल मीडिया पर गलत सूचना देने को लेकर बिहार विधानसभा में यह मामला गरम हुआ. बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने बताया कि तमिलनाडु के डीजीपी सिलेंद्र बाबू ने रिपोर्टों का खंडन किया है और इसे झूठा करार दिया है. वहीं, हंगामे के बाद बिहार सरकार ने कथित तौर पर दावों को सत्यापित करने के लिए अधिकारियों की एक टीम तमिलनाडु भेजने का फैसला किया है.


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