National Habit: पटना Metro से London तक, भारतीयों की पीक ने दुनिया में कराई थू-थू!
एबीपी न्यूज़ | 10 Oct 2025 09:42 PM (IST)
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 'बटेंगे तो कटेंगे' बयान ने बिहार की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है. इस बयान को हिंदू वोटों के ध्रुवीकरण के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है, जिससे एनडीए के सहयोगी दल, विशेषकर नीतीश कुमार की जेडीयू, असहज महसूस कर रही है. जेडीयू ने स्पष्ट किया है कि 'बंटने और कटने की राजनीति बिहार में नहीं हो सकती है'. सीएम योगी के इस बयान ने बिहार में जातिगत समीकरणों पर आधारित राजनीति और हिंदुत्व के बीच एक नई बहस छेड़ दी है. विपक्ष इसे संविधान और आरक्षण के खिलाफ बता रहा है. इसी बीच, 25 नवंबर को अयोध्या में राम मंदिर में ध्वजारोहण समारोह की खबर ने चुनावी माहौल को और गरमा दिया है. दूसरी ओर, पटना की नई मेट्रो के स्टेशनों पर गुटखे की पीक की तस्वीरें सामने आई हैं, जो नागरिक बोध पर सवाल उठाती हैं. बिहार की राजनीति में प्रशांत किशोर अपनी जन सुराज पार्टी के साथ एक नया अध्याय लिखने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने बिहार चुनाव के लिए 51 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है, जिस पर जातिगत समीकरण साधने के आरोप लगे हैं. भोजपुरी स्टार पवन सिंह और उनकी पत्नी ज्योति सिंह के पारिवारिक विवाद ने भी राजनीतिक रंग ले लिया है, जब ज्योति सिंह ने प्रशांत किशोर से मुलाकात की. यह रिपोर्ट प्रशांत किशोर के बिहार की राजनीति में संभावित प्रभाव का विश्लेषण करती है.