उत्तराखंड के धारली में बादल फटा और कुछ ही सेकंड में पूरा गांव जमींदोज हो गया बादल फटने के बाद पहाड़ से बारिश का पानी आया और पूरा गांव बहा ले गया. अब तक 4 लोगों के मौत की खबर सामने आई है. तो वहीं तकरीबन 50 लोग लापता हो गए हैं. बादल फटने से पूरे इलाके में तबाही मच गई है. बादल फटने की घटना कई बार सब कुछ तबाह कर देती हैं.
ऐसे हालात में लोगों के घर, सामान और जरूरी दस्तावेज तक बह जाते हैं. सबसे बड़ी दिक्कत तब आती है जब बीमा क्लेम करने की बारी आती है और कागजात गायब होते हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या बिना डॉक्युमेंट्स के क्लेम मिल सकता है? चलिए आपको बताते हैं इसके लिए आपको क्या करना पड़ सकता है.
बिना कागजों के कैसे मिलेगा क्लेम?
अगर आपके यहां भी बादल फटा है और घर के साथ इंश्योरेंस के जरूरी कागज बह गए हैं. तब भी आप बीमा क्लेम ले सकते हैं. सबसे पहले अपनी बीमा कंपनी को फोन या मेल करके जानकारी देनी होगी कि क्या नुकसान हुआ है. इसके बाद नजदीकी पुलिस स्टेशन या स्थानीय प्रशासन से एक रिपोर्ट बनवाएं. जो आपके क्लेम का आधार बनेगी. बीमा कंपनी अक्सर खुद आकर नुकसान की जांच करती है.
यह भी पढ़ें: अगर यात्री की गलती से छूट जाए ट्रेन क्या तो भी मिलता है रिफंड? जान लीजिए ये वाला नियम
जिसे स्पॉट सर्वे कहते हैं. अगर आपके पास पुराने ईमेल, पॉलिसी नंबर, फोटो या बैंक स्टेटमेंट है. तो उन्हें दिखाएं. इससे साबित होगा कि आपके पास पॉलिसी थी. अगर आपने डिजिटल पॉलिसी ली थी. तो उसका रिकॉर्ड कंपनी के पास होता है. जानकारी सही होगी तो आपको क्लेम मिल जाएगा.
इन चीजों का मिल जाएगा क्लेम
अगर आपने घर के लिए पॉलिसी ली है. तो बादल फटने या बाढ़ जैसी आपदा में हुए नुकसान का क्लेम कई चीज़ों पर मिल सकता है. सबसे पहले अगर घर को स्ट्रक्चरल नुकसान हुआ है. जैसे दीवारें गिर गई हों या छत टूट गई हो. तो उसका क्लेम मिल सकता है. इसके अलावा घर के अंदर मौजूद इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स, फर्नीचर, जरूरी दस्तावेज, कपड़े या और कोई कीमती सामान खराब हुआ है.
यह भी पढ़ें: आपके पास भी हैं दो वोटर कार्ड, घर बैठे ऐसे कर सकते हैं कैंसिल, जानें स्टेप बाय स्टेप पॉइंट्स
तो उनका भी क्लेम बनता है. अगर आपकी गाड़ी बाढ़ में डूब गई है और उस पर मोटर इंश्योरेंस है, तो उसका क्लेम अलग से दिया जाएगा. तो वहीं कुछ पॉलिसी में आपको टेंपरेरी तौर पर रहने की व्यवस्था भी मिलती है. ध्यान रहे क्लेम उन्हीं चीजों को मिलता है. जो आपके कवर में शामिल होती हैं.
यह भी पढ़ें: सोशल मीडिया पर लीक हो जाएं प्राइवेट वीडियो तो कैसे हटते हैं, कहां करनी होती है शिकायत?