UPI Transaction: यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस यानी यूपीआई से आज हर कोई वाकिफ है. छोटे से लेकर बड़े ट्रांजेक्शन लोग इसके जरिए चुटकियों में कर देते हैं. यही वजह है कि पिछले कुछ सालों में यूपीआई का इस्तेमाल करने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. भारत के अलावा दुनिया के बाकी कई देशों में भी इस डिजिटल पेमेंट सिस्टम को अपनाया जा रहा है. हालांकि पिछले कुछ दिनों से यूपीआई को लेकर एक अलग चर्चा है, जिसमें कहा जा रहा है कि यूपीआई ट्रांजेक्शन पर अब यूजर्स से चार्ज वसूला जा सकता है. इसे लेकर एक सर्वे भी किया गया, जिसमें लोगों का डर साफ दिख सकता है. आज हम आपको बता रहे हैं कि यूपीआई में कौन से ट्रांजेक्शन पर चार्ज वसूला जाता है. 


यूपीआई चार्ज को लेकर लोगों में डरे
दरअसल कुछ दिनों पहले एक खबर सामने आई कि आरबीआई की तरफ से यूपीआई पेमेंट्स पर चार्ज लगाने की तैयारी हो रही है, इसके बाद इसे लेकर खूब चर्चा हुई. बाद में वित्त मंत्रालय की तरफ से साफ किया गया कि ऐसा कोई भी प्रस्ताव नहीं रखा गया है. हालांकि इसके बावजूद लोगों के मन में कई तरह के सवाल थे. इसी को लेकर लोकलसर्किल ने एक ऑनलाइन सर्वे किया, जिसमें शामिल करीब 73 फीसदी लोगों ने कहा कि अगर चार्ज वसूला गया तो वो यूपीआई का इस्तेमाल बंद कर देंगे. 


कैसे ट्रांजेक्शन में लगता है चार्ज?
अब अगर आपको भी इसे लेकर कंफ्यूजन है तो आपको बता दें कि फिलहाल यूपीआई के जरिए पेमेंट करने पर किसी भी तरह का कोई चार्ज नहीं वसूला जाता है. हालांकि तमाम यूपीआई ऐप्स अब रिचार्ज करने पर प्लेटफॉर्म चार्ज वसूल रहे हैं. मोबाइल रिचार्ज पर ऐप्स लोगों से एक रुपये से लेकर पांच रुपये तक वसूल रहे हैं. इसे लेकर भी सोशल मीडिया पर कई लोगों ने शिकायत की है, हालांकि ये चार्ज काफी महीनों से वसूला जा रहा है. इसके अलावा कुछ यूजर्स का दावा ये भी है कि उनसे ट्रांजेक्शन के बदले चार्ज वसूला गया. 


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