Shri Ramlala Darshan Yojana: देश के कई राज्यों में लोगों के लिए अलग-अलग तरह की योजनाएं चलाई जाती हैं. कुछ योजनाओं में मकसद एक खास वर्ग का विकास होता है, वहीं कुछ लोगों को सुविधाएं देने के लिए लाई जाती हैं. ऐसी ही एक योजना इन दिनों खूब चर्चा में है. जिसका नाम श्रीरामलला दर्शन योजना है. जिसे कोर्ट में चुनौती भी दी गई थी, यही वजह है कि योजना की चर्चा ज्यादा हो रही है. दरअसल इस योजना के तहत लोगों को मुफ्त में अयोध्या के राम मंदिर दर्शन की सुविधा दी जा रही है. 


हर जिले का अलग कोटा
श्रीरामलला दर्शन योजना की शुरुआत छत्तीसगढ़ में मौजूद बीजेपी सरकार ने की है. इसमें तमाम जिलों से लोगों को अयोध्या दर्शन के लिए भेजा जा रहा है. अलग-अलग जिलों का कोटा भी तय कर लिया गया है. बताया गया है कि रायपुर से सबसे ज्यादा लोग अयोध्या जाएंगे. हर यात्रा में 850 यात्री अयोध्या पहुंचेंगे. इसके लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने एक स्पेशल ट्रेन का इंतजाम भी किया है. अलग-अलग दिन यात्रा के लिए तय किए गए हैं. 


कोर्ट में भी गया मामला
दरअसल पांच मार्च को श्रीरामलला दर्शन योजना के तहत पहली ट्रेन को हरी झंडी दिखाई गई थी. इसके लिए कैबिनेट में प्रस्ताव भी पास कराया गया था. इसके बाद एक जनहित याचिका हाईकोर्ट में दायर हुई, जिसमें कहा गया कि योजना धर्मनिरपेक्षता के खिलाफ है. अब हाईकोर्ट ने इस याचिका को खारिज कर दिया है. जिसके बाद अब लोगों को इस योजना का लाभ आगे भी मिलता रहेगा. 


श्रीरामलला दर्शन योजना के तहत सरकार लोगों को घर से लेकर अयोध्या और फिर वापस घर तक का सफर मुफ्त में करवा रही है, अगर किसी को कुछ अन्य सुविधाएं चाहिए तो उसे इसके लिए पैसे देने होंगे. यात्रा से पहले सभी यात्रियों की मेडिकल जांच भी की जाएगी. सरकार का दावा है कि इस योजना के तहत हर साल करीब 20 हजार लोगों को अयोध्या में रामलला के दर्शन कराए जाएंगे.


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