आजकल ज्यादातर हर युवा का सपना सरकारी नौकरी या अच्छी सैलरी वाली नौकरी करने का होता है. अगर आप भी सरकारी या बैंक की नौकरी की तैयारी कर रहे हैं, तो सिर्फ परीक्षा और इंटरव्यू पास करना ही काफी नहीं है. अब आपको अपने सिबिल स्कोर यानी क्रेडिट स्कोर का भी पूरा ध्यान रखना होगा, क्योंकि सिबिल स्कोर खराब होने पर सिर्फ लोन नहीं रुकता, अब नौकरी पर भी असर पड़ सकता है.
 
अगर आपकी फाइनेंशियल हिस्ट्री खराब है, तो अपॉइंटमेंट लेटर मिलने के बाद भी नौकरी रद्द हो सकती है. हाल ही में‍ SBI ने एक कर्मचारी को खराब सिबिल स्कोर के कारण नौकरी से हटा दिया है और इस फैसले को मद्रास हाई कोर्ट ने भी सही माना है. अब इस फैसले ने सभी फ्रॉड करने वालों के होश उड़ा दिए हैं. क्या है पूरा मामला?
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने एक उम्मीदवार पी. कार्तिकेयन को नौकरी का अपॉइंटमेंट लेटर दे दिया था. ये नौकरी सर्किल बेस्ड ऑफिसर पद के लिए थी. कार्तिकेयन ने परीक्षा और इंटरव्यू भी पास कर लिया था, लेकिन अपॉइंटमेंट लेटर मिलने के कुछ दिन बाद ही बैंक ने उसकी जॉइनिंग रद्द कर दी. बताया गया कि बैंक ने जब कार्तिकेयन की सिबिल रिपोर्ट (क्रेडिट रिपोर्ट)  चेक की, तो उसमें कई गंभीर फाइनेंशियल इरेगुलेरिटीज मिलीं.
 
रिपोर्ट में लोन पेमेंट में देरी, क्रेडिट कार्ड बकाया और अन्य खराब रिकॉर्ड दर्ज थे. बैंक का कहना था कि ऐसे उम्मीदवार को, जिसका खुद की फाइनेंशियल हिस्ट्री खराब हो, उसे बैंक में पब्लिक मनी से जुड़ा काम नहीं सौंपा जा सकता है. इसके अलावा SBI ने कोर्ट में बताया कि भर्ती विज्ञापन की शर्तों में साफ लिखा है कि अगर किसी कैंडिडेट की सिबिल या अन्य क्रेडिट रिपोर्ट खराब है, तो वह नौकरी के लिए सही नहीं माना जाएगा.और यह नियम विज्ञापन की धारा 1(E) में दर्ज है.  कोर्ट का फैसला क्या है?मद्रास हाईकोर्ट ने 2 इस मामले पर फैसले में कहा कि सिर्फ लोन चुका देना ही काफी नहीं है, बल्कि पूरे समय में फाइनेंशियल हिस्ट्री अच्छा होना जरूरी है. कोर्ट ने कहा, लोन की पूरी हिस्ट्री देखी जाती है. कोई भी कैंडिडेट अगर जॉब के लिए अप्लाई करता है, तो उसे विज्ञापन में लिखे नियमों को मानना ही होगा. अगर रिक्रूटमेंट की शर्तों को पहले ही माना है, तो इस नियम को चुनौती भी नहीं दी जा सकती है. इसलिए अगर आप फ्रॉड या लापरवाही से कर्ज नहीं चुका रहे हैं, तो ध्यान रहे ​कि आपको भी नौकरी मिलने में परेशानी आ सकती है.