Fastag Rules: अगर आपके घर पर भी कार है तो आपको फास्टैग के बारे में जरूर पता होगा, क्योंकि यही वो तरीका है जिससे आप दूसरे शहर या किसी राज्य की सीमा पर पहुंचने के बाद टोल टैक्स देते हैं. फास्टैग नहीं होने की स्थिति में आपको दोगुना टैक्स देना होता है. फिलहाल फास्टैग को लेकर कुछ नए नियम बनाए गए हैं, जिनमें अगर किसी ने फास्टैग की केवाईसी नहीं की है तो उनके स्टीकर डिएक्टिवेट कर दिए गए हैं. साथ ही कुछ फास्टैग को ब्लैकलिस्ट भी कर दिया गया है. आज हम आपको बता रहे हैं कि अगर आपका फास्टैग डिएक्टिवेट हो जाए तो आपको क्या करना है. 


केवाईसी को किया जरूरी
दरअसल सरकार की तरफ से फास्टैग केवाईसी को जरूरी कर दिया गया था. पहले जनवरी में इसे पूरा करने की आखिरी तारीख थी, जिसे बढ़ाकर फरवरी आखिर तक कर दिया गया. इसके बावजूद कई लोगों ने ये काम पूरा नहीं किया. अब उनके फास्टैग काम नहीं कर रहे हैं और डिएक्टिवेट हो चुके हैं. ऐसे लोगों के मन में सवाल है कि वो कैसे अब इसे एक्टिवेट कर सकते हैं. 


डिएक्टिवेट होने के बाद क्या विकल्प?
दरअसल अगर किसी का फास्टैग डिएक्टिवेट हो चुका है तो इसे एक्टिवेट करने का कोई दूसरा तरीका नहीं है. आपको केवाईसी पूरा करने के बाद नए फास्टैग के लिए अप्लाई करना होगा. आप इसके लिए NHAI से अधिकृत सेंटर्स पर या फिर अपने बैंक से संपर्क कर सकते हैं. आप टोल प्लाजा के पास बने सेंटर से भी फास्टैग खरीद सकते हैं, हालांकि इसमें आपका थोड़ा वक्त लग सकता है. 


सरकार की तरफ से केवाईसी को इसलिए जरूरी कर दिया गया है कि अब वन व्हीकल वन फास्टैग वाली पॉलिसी लाई गई है, यानी जिसके पास एक से ज्यादा फास्टैग हैं, वो सभी डिएक्टिवेट हो जाएंगे. सिर्फ एक ही फास्टैग काम करेगा. ऐसे लोगों के दूसरे फास्टैग ब्लैकलिस्ट हो चुके हैं. अगर आपको भी दोगुना पैसा नहीं देना है तो तुरंत केवाईसी करवाएं और नया फास्टैग अपनी कार पर लगवा दें. 


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