Sandeep Chaudhary: मिडिल क्लास बम-बम...भरेंगे महंगाई-बेरोजगारी के जख्म? | Union Budget 2025
मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट मिडिल क्लास को लुभाने वाला है. ₹12 लाख तक की आय पर कोई टैक्स नहीं देना होगा. लेकिन क्या यह वाकई में फायदेमंद है? नई कर व्यवस्था में कई छूट खत्म हो जाएंगी. सरकार खर्च बढ़ाने पर जोर दे रही है, जबकि देश की बचत दर घट रही है. क्या यह कदम अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा या मिडिल क्लास की मुश्किलें बढ़ाएगा? .1 फरवरी का दिन बजट का होता है...वो बजट जिससे हर साल लोग उम्मीद लगाकर रखते हैं...ख़ास तौर पर मिडिल क्लास से ताल्लुक रखने वाले लोग, सैलरी के सहारे गुज़र-बसर करने वाले लोग. उन मिडिल क्लास के लोगों के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन के आठवें बजट में जो एलान किया गया वो ऐतिहासिक से कम नहीं था...न्यू टैक्स रिजीम के तहत इनकम टैक्स में छूट की सीमा को सात लाख से बढ़ाकर सीधे 12 लाख कर दिया गया...यानी साल में 12 लाख और महीने में 1 लाख रुपये तक कमाने वाले को अब कोई टैक्स नहीं देना पड़ेगा...देश के 45 करोड़ मिडिल क्लास के लोगों के लिए ये बड़ी राहत है...लेकिन विपक्ष के नेता इससे भी ख़ुश नहीं हैं...राहुल गांधी कह रहे हैं कि टैक्स छूट देकर गोली के घाव पर केवल मरहम पट्टी की गई है...वहीं अखिलेश यादव का कहना है कि हमारे लिए बजट से ज़्यादा महाकुंभ के आंकड़े महत्वपूर्ण हैं...दूसरी तरफ़ अरविंद केजरीवाल ने मांग की है कि इनकम टैक्स और GST की दरें आधी की जाए...यानी टैक्स में इतनी बड़ी छूट विपक्ष के लिए मायने नहीं रखती...दूसरी तरफ़ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि ये जनता जनार्दन का बजट है... हर भारतीय के सपने को पूरा करने वाला बजट है...नागरिकों की जेब भरने वाला बजट है.. इन दावों के बीच आज संदीप चौधरी के साथ देखिए सीधा सवाल- मिडिल क्लास बम-बम...भरेंगे महंगाई-बेरोजगारी के जख्म?, खर्च बढ़ाओ...अर्थव्यवस्था बचाओ!