चेन्नई के एक चिड़ियाघर में कोविड -19 का टेस्ट पॉजिटिव आने के बाद एक 9 वर्षीय शेरनी की मौत हो गई है. देश में कोरोना की वजह से किसी जानवर की मौत का ये पहला मामला है. इस घटना के बाद से अधिकारी चिंतित हैं और अब जानवरों में कोरोना संक्रमण का पता लगाया जा रहा है. इसी के तहत हाथियों के एक समूह पर परीक्षण किया गया है ताकि यह पता लगाया जा सके कि उनमें किसी को संक्रमण है या नहीं.


अब तक दुनिया भर के 175 मिलियन से ज्यादा लोग कोविड प्रभावित हुए


SARS-CoV-2 जिसकी वजह कोविड-19 संक्रमण होता है वह पहली बार दिसंबर 2019 में मनुष्यों में पहचाना गया था. 9 जून तक यह दुनिया भर में 175 मिलियन से अधिक लोगों को प्रभावित कर चुका है. हालाँकि यह माना जाता है कि यह वायरस चमगादड़ से पूर्वज से जुड़ा हुआ है, लेकिन वायरस की उत्पत्ति और SARS-CoV-2 के इंटरमिडिएस होस्ट (s)की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है।


कई जानवरों का कोरोना टेस्ट आया है पॉजिटिव


कोरोना संक्रमण को लेकर हुई अब तक की स्टडीज से पता चलता है कि ये वायरस मुख्य रूप से रेस्पिरेटरी ड्रॉपलेट्स और निकट संपर्क के माध्यम से लोगों के बीच फैलता है, लेकिन मनुष्यों और जानवरों के बीच ट्रांसमिशन के भी उदाहरण हैं.कई जानवर जो संक्रमित मनुष्यों के संपर्क में रहे हैं, जैसे कि मिंक, कुत्ते, घरेलू बिल्लियाँ, शेर और बाघ वे टेस्ट किए जाने पर कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं.


जानवरों से मनुष्यों में कोविड फैलने का रिस्क कम


फिलहाल चमगादड़ से मनुष्यों में कोरोनावायरस के ट्रांसमिशन की थियोरी पर रिसर्च की जा रही है.  वहीं सीडीसी का कहना है, "इस समय, इस बात का कोई सबूत नहीं है कि जानवर लोगों में Sars-CoV-2 फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. जानवरों से मनुष्यों में कोविड-19 फैलने का रिस्क कम समझा जा रहा है.


हालाँकि, हाल ही में नीदरलैंड, डेनमार्क और पोलैंड में मिंक और ओटर्स से मनुष्यों में कोविड -19 के फैलने का मामला सामने आया है. अमेरिका में भी मामले दर्ज किए गए थे, लेकिन सीडीसी का कहना है कि "संक्रमित श्रमिकों से Sars-CoV-2 मिंक में फैलने की शुरुआत हुई, और फिर वायरस मिंक के बीच फैलने लगा."


 संक्रमित मनुष्यों से जानवरों के कोविड संक्रमित होने के मामले सामने आए


सीडीसी के अनुसार, साथी जानवर जैसे बिल्लियाँ और कुत्ते, चिड़ियाघरों या सेंचुरिज में बड़ी बिल्लियाँ, चिड़ियाघरों में गोरिल्ला, खेतों में मिंक और कुछ अन्य मैमल्स सार्स-सीओवी -2 से संक्रमित हो सकते हैं, लेकिन हम अभी तक सभी जानवर जो संक्रमित हो सकते हैं उनके बारे में नहीं जान पाए हैं. दुनियाभर में जानवरों के इस वायरस से संक्रमित होने की खबरें आई हैं. इनमें से अधिकांश जानवर कोविड-19 वाले लोगों के संपर्क में आने के बाद संक्रमित हुए


अगर आपके पास पालतू जानवर हैं तो क्या करें


यदि आपके पास पालतू जानवर हैं, तो उनके साथ वैसा ही व्यवहार करें जैसा आप अपने परिवार के सदस्यों के साथ करते हैं ताकि उन्हें संभावित कोविड-19 संक्रमण से बचाया जा सके. क्योंकि संक्रमित व्यक्ति से जानवर में कोविड-19 वायरस फैलने का खतरा है. पालतू जानवरो के मालिकों को अपने जानवरों का बाहरी लोगों से इंटरेक्शन कम कर देना चाहिए. अपने पालतू जानवरों को घरों में ही रखें उन्हें बाहर घूमने न दें. सार्वजनिक जगहों पर जहां बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ हो सकती है वहां पालतू जानवरों को ले जाने से बचे. पालतू जानवरों पर मास्क न लगाएं. मास्क उन्हें नुकसान पहुंचा सकता है.


इस बात का कोई सबूत नहीं है कि वायरस त्वचा, फर या पालतू जानवरों के बालों से लोगों में फैल सकता है. अपने पालतू जानवरों को रासायनिक कीटाणुनाशक, अल्कोहल, हाइड्रोजन पेरोक्साइड, या अन्य उत्पादों, जैसे कि हैंड सैनिटाइज़र, काउंटर-क्लीनिंग वाइप्स, या अन्य औद्योगिक या सतह क्लीनर से न पोंछें या न नहलाएं. इसके लिए अपने पशु चिकित्सक से पूछकर प्रॉडक्ट्स का इस्तेमाल करें.


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