समस्या में घिरी इंटरनेट कंपनी के लिये यह एक बड़ा झटका है. उसने कल कहा कि मामले की जांच के दौरान यह चीज सामने आयी है.
याहू ने एक बयान में कहा, ‘‘उसका मानना है कि अनधिकृत तीसरे पक्ष ने अगस्त 2013 में एक अरब ‘यूजर एकाउंट’ से जुड़े आंकड़े चुरा लिये.’’ उसने कहा कि यह मामला 22 सितंबर 2016 को घोषित मामले में शायद अलग है. उस मामले में 50 करोड़ उपयोगकर्ताओं के आंकड़े चुराये गये थे.
इस खुलासे से याहू के अपनी प्रमुख संपत्ति वेरिजोन को 4.8 अरब डालर में बेचे जाने के सौदे को लेकर खतरा उत्पन्न हो गया है.