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केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी को उत्तर प्रदेश बीजेपी का नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है. शनिवार को एकमात्र नामांकन होने की वजह से पहले ही उनके नाम पर औपचारिक मुहर लग गई थी. रविवार (14 दिसंबर) को लखनऊ के राम मनोहर लोहिया विवि परिसर में उनके नाम की घोषणा की है.

पंकज चौधरी सात बार के सांसद हैं. बीजेपी ने अपने समीकरण को देखते हुए कुर्मी नेता को पद पर बैठाकर दांव चला है. पंकज चौधरी को अध्यक्ष बनाकर बीजेपी ने पीडीए की काट करने का प्रयास किया है. उन्हें ओबीसी के मजबूत चेहरे के रूप में माना जा रहा है. पंकज चौधरी को पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह का सबसे ज्यादा विश्वसनीय माना जाता है. उनकी संगठन की क्षमता को देखते हुए उन्हें इतने बड़े पद पर नवाजा गया है.

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गोरखपुर  में हुआ जन्म

गोरखपुर के घंटाघर हरबंश गली स्थित घर में 20-11-1964 में जन्मे पंकज चौधरी ने एम पी इंटर कॉलेज और गोरखपुर विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई की. औद्योगिक घराने में जन्मे पंकज चौधरी ने राजनीति में कदम रखा और नगर निगम गोरखपुर में पार्षद बने और डिप्टी मेयर बने. राजनीति के इस सफर में महाराजगंज के जिला पंचायत में वह अजेय खिलाड़ी के रूप में अपनी पहचान बनाने में सफल रहे हैं.

गोरखपुर  विश्वविद्यालय से हुई पढ़ाई

गोरखपुर के उद्योगपति भगवती चौधरी एवं पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष उज्ज्वल चौधरी के छोटे बेटे पंकज चौधरी ने गोरखपुर नगर निगम के पार्षद के तौर पर 1989 में राजनीति का सफर शुरू किया. 15 नवंबर 1964 में गोरखपुर के उद्योगपति परिवार में जन्मे पंकज चौधरी की शिक्षा गोरखपुर विश्वविद्यालय से हुई है. वर्ष 1990 में ही भारतीय जनता पार्टी के जिला कार्य समिति सदस्य हुए.

सात बार चुने गए सांसद

10 वीं लोकसभा में वर्ष 1991 में महराजगंज संसदीय सीट से बीजेपी के सिंबल पर सांसद चुने गए. 11 वीं और 12 वीं लोकसभा में वर्ष 1996, 1998 में सांसद चुने गए. 1999 में सपा के अखिलेश से हार मिली, 2004 में पुनः निर्वाचित हुए. 2009 में कांग्रेस के स्वर्गीय हर्षवर्धन से हार मिली. 2014 से लगातार लोकसभा के सदस्य हैं. पार्टी ने पंकज चौधरी का हाथ नहीं छोड़ा. चौधरी इस बार पांचवीं बार सांसद बने. 2019 में वे फिर से सांसद बने. मोदी कैबिनेट के पहले विस्तार में उन्हें केंद्रीय राज्य मंत्री का पद मिला. 2024 में चुनाव जीते और मंत्री बने.