UP Assembly Election 2022: समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव और राष्ट्रीय लोक दल के प्रमुख जयंत चौधरी एक साथ मिलकर उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं. दोनों ही पार्टियों में गठबंधन के एलान के बाद ये चर्चा जोरों पर है कि सीट शेयरिंग का फॉर्मूला क्या होगा. इसे लेकर आरएलडी नेता जयंत चौधरी ने कहा कि हमारे बीच एक समझ है, हम 403 सीटों पर एक साथ लड़ेंगे.


बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती पर आज सपा व आरएलडी की संयुक्त रैली होगी. इसमें सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव व आरएलडी के मुखिया जयंत चौधरी शामिल होंगे. वह महारैली को संबोधित करेंगे. रैली के जरिये जाटलैंड की मजबूत सीट मानी जाने वाली इगलास विधानसभा सहित पूरे वेस्ट यूपी में सपा-आरएलडी शक्ति प्रदर्शन की तैयारी में है. चौधरी चरण सिंह के नाम पर आरएलडी जाटों को और सपा अन्य बिरादरियों को साधने की कोशिश करेगी. रैली को सफल बनाने के लिए दोनों पार्टियों के पदाधिकारियों ने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है.


पश्चिम यूपी में सियासत को गरमाने की तैयारी
अखिलेश यादव व जयंत चौधरी पूरे पश्चिम यूपी में सियासत को गरमाने की तैयारी में हैं. आरएलडी जाट वोट बैंक को एक सूत्र में बांधकर अपने पक्ष में करने की कोशिश करेगी. वहीं, सपा अन्य जातियों को साधने की कोशिश करेगी. अगर, यह फॉर्मूला सफल हुआ तो विपक्षियों के लिए खतरा पैदा हो जाएगा. दरअसल, भाजपा ने किसान आंदोलन के बाद यहां के जाटों को साधने के लिए अलीगढ़ में राजा महेंद्र प्रताप सिंह के नाम पर राज्य विवि की नींव रखी है. इससे आरएलडी के माथे पर चिंता की लकीरें हैं. अब आरएलडी चौधरी चरण सिंह के सहारे जाटों को फिर से अपने पाले में करने की कोशिश में है. वहीं, बसपा लगातार ब्राह्मण कार्ड खेल रही है. इगलास सीट पर 80 हजार के करीब ब्राह्मण वोटर भी हैं, ऐसे में सपा इनको साधने की कोशिश करेगी.


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