Uttarakhand News: रुद्रपुर विधायक शिव अरोरा समेत तीन विधायकों को फोन कर खुद को गृह मंत्री अमित शाह का बेटा जय शाह बताने और मंत्री बनाने के नाम पर करोड़ों रुपये मांगने वाले मास्टरमाइंड को पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी ने उत्तराखंड के अलावा मणिपुर, ओडिशा और कर्नाटक के विधायकों को भी इसी तरह फोन करने की बात स्वीकार की है.
रुद्रपुर विधायक शिव अरोरा को 13 फरवरी को एक युवक ने कॉल कर खुद को गृह मंत्री अमित शाह का बेटा जय शाह बताया और मंत्री बनाने के लिए तीन करोड़ रुपये मांगे. इसी तरह, नैनीताल की विधायक सरिता आर्या और हरिद्वार के भेल रानीपुर विधायक आदेश चौहान को भी इसी तरह की कॉल आई. जब विधायकों को शक हुआ, तो उन्होंने पुलिस को सूचित किया. इसके बाद तीनों थानों की पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी.
पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तारजांच के दौरान पुलिस को पता चला कि इस फर्जीवाड़े में कई लोग शामिल हैं. 18 फरवरी को पुलिस ने मामले में मूल रूप से एटा (उत्तर प्रदेश) के निधौली कला निवासी और गाजियाबाद के खोडा कॉलोनी में रहने वाले उवैश अहमद को रुद्रपुर से गिरफ्तार किया. उवैश के साथी प्रियांशु पंत को हरिद्वार पुलिस ने पकड़ लिया. दोनों को जेल भेज दिया गया, लेकिन मुख्य आरोपी गौरव नाथ फरार था. वह लगातार अपना ठिकाना बदल रहा था और पुलिस से बचने के लिए दिल्ली में अपने परिचितों के यहां छिपा हुआ था.
ऊधमसिंह नगर के एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने बताया कि पुलिस की एक टीम 18 फरवरी से ही दिल्ली में गौरव नाथ की तलाश में जुटी थी. रविवार को एसओजी और कोतवाली पुलिस ने उसे दिल्ली के कड़कड़डूमा कोर्ट के पास से गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में आरोपी ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है.
विधायकों को मंत्री बनाने के लिए आरोपी मांगता था पैसागिरफ्तार आरोपी गौरव नाथ मूल रूप से दिल्ली के गाजीपुर थाना क्षेत्र की सपेरा बस्ती का रहने वाला है. पुलिस के अनुसार, वह जुए और नशे का आदी है और इन्हीं शौकों को पूरा करने के लिए उसने अपने दो साथियों के साथ मिलकर यह ठगी की योजना बनाई थी.
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने उत्तराखंड के अलावा मणिपुर, ओडिशा और कर्नाटक के विधायकों को भी फोन कर उनसे पैसे मांगे थे. गौरव ने खुद को अमित शाह का बेटा बताकर इन राज्यों के विधायकों को भी मंत्री बनाने का झांसा दिया था. पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इन राज्यों के कितने विधायकों को कॉल किए गए थे और क्या किसी ने पैसे दिए थे?
एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने क्या बोला? एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने जनता से अपील की है कि इस तरह की किसी भी संदिग्ध कॉल की तुरंत पुलिस को सूचना दें. उन्होंने कहा कि साइबर अपराधी आए दिन नई-नई ठगी की योजनाएं बना रहे हैं, इसलिए सतर्क रहना जरूरी है. पुलिस इस मामले की पूरी जांच कर रही है और जल्द ही इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों का भी खुलासा किया जा सकता है.
पुलिस अब आरोपी के नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है. साथ ही, यह भी देखा जा रहा है कि इस गिरोह का किसी बड़े अपराधी समूह से कोई संबंध तो नहीं है. तीनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जा रही है.
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