उत्तराखंड में चल रहे ऑपरेशन कालनेमि के अंतर्गत अभी तक 4000 से अधिक लोगों का सत्यापन किया गया है और 300 गिरफ्तारियां की गईं, जिनमें एक बांग्लादेशी नागरिक भी शामिल है. इस ऑपरेशन में सबसे ज्यादा कार्रवाई हरिद्वार जिले में हुई हैं जहां 2301 लोगों का सत्यापन किया जा चुका है जबकि 162 गिरफ्तार हुए हैं.
उत्तराखंड की संस्कृति और आध्यात्मिकता की पहचान को सुरक्षित रखने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में शुरू किया गया ऑपरेशन कालनेमि लगातार बड़ी सफलता हासिल कर रहा है. इस अभियान का लक्ष्य उन सामाजिक तत्वों पर शिकंजा कसना है जो पहचान छुपाकर सनातन संस्कृति की आड़ में ठगी, धोखाधड़ी और धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ करने का कार्य कर रहे थे.
चार हजार से ज्यादा लोगों का सत्यापन
अभी तक इस अभियान के अंतर्गत पूरे प्रदेश में लगभग 4000 से अधिक लोगों का सत्यापन किया जा चुका है. इनमें 300 से अधिक लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. मुख्यमंत्री धामी ने साफ संदेश दिया है कि देवभूमि में किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि, धार्मिक आस्था से खिलवाड़ या पहचान छिपाकर ठगी करने वाले लोगों को बख्शा नहीं जाएगा.
इस अभियान की सबसे बड़ी सफलता हरिद्वार जिले में मिली है, जहां 2301 लोगों का सत्यापन और 162 गिरफ्तार किए गए हैं. देहरादून जिले में 865 सत्यापन और 113 गिरफ्तारियां, जबकि उधम सिंह नगर में 167 सत्यापन और 17 गिरफ्तारियां हुई हैं.
प्रदेश के कई हिस्सों में चल रही है कार्रवाई
प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी यह कार्रवाई लगातार जारी है. देहरादून में इस दौरान एक बांग्लादेशी नागरिक को भी गिरफ्तार किया गया है, जो यहां पर अपनी पहचान छुपा कर रह रहा था.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि देवभूमि की पवित्रता से कोई भी समझौता नहीं किया जाएगा. जो लोग समाज की भावनाओं से खेलेंगे, वे सीधे जेल जाएंगे. उन्होंने इस अभियान को प्रदेश की कानून व्यवस्था को मजबूत करने और सांस्कृतिक विरासत को सुरक्षित रखने के लिए ऐतिहासिक कदम बताया है.