उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और चायल सीट से विधायक पूजा पाल के बीच छिड़ी जंग को लेकर सियासत गर्माई हुई है. जिसे लेकर यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने सपा अध्यक्ष पर निशाना साधा और उनके व्यवहार को ग़ैर जिम्मेदाराना बताया. 

पूजा पाल को निष्कासित किए जाने पर यूपी सरकार में स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने पत्रकारों से बात की और अखिलेश यादव पर ज़ोरदार हमला किया. उन्होंने कहा कि पूजा पाल ने तो सदन में सिर्फ इतना कहा था कि योगी सरकार में उन्हें न्याय मिला है. 

मंत्री ने कहा कि जब राज्य में योगी आदित्यनाथ की सरकार है, तो न्याय मिलना स्वाभाविक है. पूजा पाल के ये कहने पर ही समाजवादी पार्टी ने उन्हें निष्कासित कर दिया. सपा अध्यक्ष का ये व्यवहार बेहद गैर-जिम्मेदाराना है. 

सपा के पीडीए फॉर्मूले पर उठाए सवाल

अखिलेश यादव के पीडीए फॉर्मूला पर सवाल उठाते हुए कपिल देव अग्रवाल ने दावा किया कि इस फैसले से सपा अध्यक्ष ने अपने ही पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) फॉर्मूले को ध्वस्त कर दिया है. 

उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर भी उनके फैसले के खिलाफ लोगों की तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. पूरे प्रदेश में पिछड़े, दलित और गरीब तबकों में पूजा पाल के निष्कासन को लेकर नाराजगी है. 2027 के चुनाव में समाजवादी पार्टी को इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ेगा.

पूजा पाल के बयान का किया समर्थन

मंत्री अग्रवाल ने कहा कि पूजा पाल का ये उनका निजी बयान हो सकता है. लेकिन, यह पाकिस्तान नहीं, हिंदुस्तान है. जहां सभी को बोलने और न्याय की सराहना करने का अधिकार है. 

बता दें कि चायल विधायक पूजा पाल ने यूपी विधानसभा में सीएम योगी आदित्यनाथ की जमकर तारीफ की थी जिसके बाद अखिलेश यादव ने उन्हें सपा से निष्कासित कर दिया था. सपा से निष्कासन के बाद पूजा पाल ने अखिलेश यादव से अपनी जान को भी खतरा बताया है. हालांकि उनके इस बयान को लेकर भी बहस देखने को मिल रही है. 

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