Uttarakhand Assembly Election 2022: चम्पावत विकास खंड के दूरस्थ झालाकुरी गांव के ग्रामीणों ने बैठक कर एक बड़ा निर्णय लिया है. गांव में आजादी के 75 साल के बाद भी आज तक एक सही सड़क की कोई व्यवस्था नहीं है. ऐसे में ग्रामीणों का मानना है कि उनको केवल वोट के लिए यूज किया जाता है और विकास के नाम पर कुछ भी नहीं होता है. ऐसे में इस बार के चुनाव में ग्रामिणों का नारा है 'रोड नहीं, वोट नहीं'. 


क्या कहते हैं अधिकारी
सड़क ना होने के कारण कई लोग हादसों के साथ अपनी जान गवा बैठे हैं. यातायात का कोई साधन ना होने के कारण लोग समय से हॉस्पिटल तक नहीं पहुंच पाते हैं. सही समय पर उपचार ना मिल पाने के कारण अपनी जान गवा देते हैं. इन सब समस्या को देखते हुए सभी गांव वालों ने एकजुट होकर यह नारा बुलंद किया है, 'रोड नहीं, वोट नहीं'. किसी को वोट चाहिए तो रोड दो वोट लो. ग्रामीणों का कहना है कि जो हमारी समस्याओं का समाधान करेगा और हमारे यहां रोड देगा हम उस व्यक्ति को समर्थन देंगे. वहीं ग्रामीणों की समस्या का जबाब मांगे जाने पर अचार सहिता का हवाला दे संबंधित अधिकारी कैमरे पर आने से बच रहे हैं.


कब है मतदान
बता दें कि उत्तराखंड में विधानसभा की 70 सीटें हैं. इन सभी सीटों पर 14 फरवरी को वोट डाले जाने हैं. विधानसभा चुनाव को लेकर नामांकन की पूरी प्रक्रिया समाप्त हो गई है. राज्य में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर है. हालांकि आम आदमी पार्टी भी इस बार कई जगहों पर लड़ाई में है. वहीं उत्तराखंड में 10 मार्च को विधानसभा चुनाव के परिणाम आने वाले हैं. अभी वर्तमान में बीजेपी की सरकार पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में काम कर रही है. 


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