Teelu Rauteli Award: उत्तराखंड की वीरांगना तीलू रौतेली के जन्मदिवस पर महिलाओं को दिए गए तीलू रौतेली पुरस्कार में 2 महिलाओं ने पुरस्कार को वापस लौटाया है. हालांकि, सीएम पुष्कर सिंह धामी ने महिलाओं को पुरस्कार रखने के लिए कहा और उनकी नाराजगी दूर करने का भी आश्वासन दिया है.  


छीना जा रहा है काम 
दरअसल, स्वयं सहायता समूह चलाने वाली 2 महिलाएं गीता मौर्या और श्यामा देवी का कहना है कि जिस कार्य के लिए राज्य सरकार ने उन्हें ये पुरस्कार देकर सम्मानित किया है वही काम आज उनसे छीना जा रहा है. बताते चलें कि महिला बाल विकास विभाग की टेक होम राशन की प्रक्रिया अब तक महिला स्वयं सहायता समूह के जरिए चलाई जाती थी. लेकिन, कुछ ही दिन पहले विभाग ने टेक होम राशन के लिए ई-निविदा जारी कर दी है, जिसमें कंपनियों को आमंत्रित किया गया है. 


महिलाओं ने अवॉर्ड वापस कर जताई नाराजगी
अवार्ड वापस करने सीएम के पास गई दोनों महिलाएं विकासनगर और सहसपुर में स्वयं सहायता समूह चलाती हैं, जिससे उनका परिवार चलता है. महिलाएं सरकार की बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जैसी योजनाओं का प्रचार-प्रसार भी करती हैं।. 8 अगस्त को इनको महिला बाल विकास विभाग की ओर से महिला स्वयं सहायता समूह से बेहतर कार्य करने और हजारों महिलाओं को रोजगार देने के चलते तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. दोनों महिलाओं ने अवॉर्ड वापस कर नाराजगी जताते हुए कहा है कि एक ओर महिला उत्थान की बात सरकार कर रही है वहीं, दूसरी ओर उनका ही रोजगार छीना जा रहा है.  


सीएम के आश्वासन पर अवॉर्ड अभी अपने पास रखा
दोनों महिलाएं अपनी नाराजगी को लेकर सीएम पुष्कर सिंह धामी से मिली और अवार्ड वापस करने की बात कही. सीएम धामी ने महिलाओं को आश्वासन दिया है कि जो टेंडर प्रक्रिया को लेकर उनकी नाराजगी है उसको दूर किया जाएगा. फिलहाल, महिलाओं ने तीलू रौतेली अवार्ड अपने पास रखा है लेकिन उन्होंने साफ कहा है कि अगर प्राइवेट कंपनियों को दिए जा रहे काम को लेकर किया गया टेंडर वापस नहीं हुआ तो वो अवॉर्ड वापस कर देंगी. 



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