Kartik Purnima Snan 2022: आज कार्तिक पूर्णिमा का स्नान पर्व है. कहा जाता है कि आज के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने की काफी महत्ता है. इससे पुण्य की प्राप्ति होती है. कार्तिक पूर्णिमा का स्नान भगवान विष्णु के नियमित किया जाता है. लेकिन आज चंद्र ग्रहण होने के कारण सुबह 8 बजे ही सूतक काल शुरू हो गया, जिसकी वजह से कार्तिक पूर्णिमा का स्नान करने के लिए श्रद्धालु देर रात से ही हर की पौड़ी ब्रह्मकुंड पर पहुंचने लगे और गंगा में आस्था की डुबकी लगाकर पुण्य की कामना की. 


आज चन्द्रग्रहण लगने की वजह से सुबह से ही सूतक काल लग गया है, ऐसे में श्रद्धालु देर रात से ही ही हर की पौड़ी पहुंचने लग गए थे ताकि सूतक काल से पहले वो गंगा में डुबकी लगाकर कार्तिक स्नान का पुण्य कमा सका. रातभर यहां श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा. देर रात से ही हर की पौड़ी ब्रह्मकुंड पहुंचे श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई.


कार्तिक पूर्णिमा पर दान करें तिल


अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्रपुरी का कहना है कार्तिक पूर्णिमा स्नान से सर्दियों की शुरुआत हो जाती है. सनातन परंपरा में चतुर्मास का जब समापन होता है तो भगवान विष्णु बैकुंठ पधार जाते है और इस ऋतु में तिल रेवड़ी गजक खाई जाती है. आयुर्वेद की दृष्टि से यह शरीर को प्रभावित करती है और इसका दान भी करना चाहिए और जल में तिल डालकर सूर्य को अर्पित करना चाहिए कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर्व पर पवित्र नदियों में स्नान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है. 


प्रशासन ने किए सुरक्षा के कड़े इंतजाम
भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने भी सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए किए हुए हैं. संपूर्ण मेला क्षेत्र को 9 जोन और 33 सेक्टर में विभाजित किया गया है. वहीं पुलिस प्रशासन का कहना है कि लाखों लोगों ने गंगा स्नान कर लिया है. इस बारे में और जानकारी देते हुए सीओ सिटी मनोज कुमार ने कहा कि हरिद्वार में देर रात से ही गंगा स्नान जारी है. अब तक तीन लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने गंगा में स्नान कर लिया है. 


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