Etawah News: उत्तर प्रदेश के इटावा (Etawah) में 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' के तहत राष्ट्रीय बालिका दिवस कार्यक्रम में राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला (Pratibha Shukla) शामिल हुईं. इस दौरान उन्होंने मंच से स्कूली छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि छात्राएं अपने स्कूली शिक्षा पर ध्यान दें. ये प्यार-व्यार कुछ नहीं होता है, ये सिर्फ अपोजिट सेक्स की तरफ आकर्षित करने के लिए होता है, इसको खुले तौर पर सब स्कूलों में टीचर को बच्चों को बता देना चाहिए. उन्होंने कहा कि लड़कियां और लड़कों दोनों को सुधारने की जरूरत है, जब तक अपने लक्ष्य तक न पहुंचो तब तक इस चक्कर में नहीं पड़ना है, सपना देखना न छोड़ो.


राज्यमंत्री महिला विकास प्रतिभा शुक्ला ने कहा कि "अभी स्कूली शिक्षा के दौरान अपने लक्ष्य की ओर ध्यान दें. प्यार व्यार के चक्कर में ना पड़े. उन्होंने कहा कि मैं इसको साफ तौर पर कहना चाहती हूं कि सभी स्कूलों में शिक्षकों को चाहिए कि वो इस उम्र में बच्चों को इस बारे में बताएं कि प्यार-व्यार इश्क-विश्क कुछ नहीं होता, ये सिर्फ इस उम्र में सेक्स के प्रति आकर्षित करना होता है."


लड़के-लड़कियों का ध्यान रखने को कहा
प्रतिभा शुक्ला ने कहा कि मां को विशेष तौर पर चाहिए कि वो अपने बच्चों पर विशेष ध्यान दें वही बेटियों को चाहिए कि वो अपनी मां को अपना दोस्त समझें और हर बात को मां को बताएं. मां को ये ध्यान रखना चाहिए कि इस उम्र में अगर बेटियां ज्यादा सजधज कर निकल रही हैं तो जरूर कहीं गड़बड़ है. यदि बेटा है और वह अधिक खर्चा कहीं कर रहा है तो वहां भी गड़बड़ है.


मोबाइल फोन से दूर रहें
राज्यमंत्री ने छात्रों को मोबाइल से बचने की सलाह देते हुए कहा कि मोबाइल का ज्यादा इस्तेमाल भी नुकसानदायक होता है. बच्चियों को अपने आप को सुरक्षित रखने के लिए अपने चरित्र को अच्छा बनाना होगा, प्यार करना है तो अपने लक्ष्य से करो अपने उद्देश्य करो. आज के माहौल में बेटियों को सुरक्षा एवं स्वावलंबन देने की जरुरत है, जिससे वो गलत रास्ते पर न जाए. माता पिता एवं गुरु बेटियों के सबसे करीब होते है इसलिए बेटियों को इन तीनों को सम्मान देना चाहिए. 


मीडिया से बात करते हुए प्रतिभा शुक्ला ने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री जी की मंशा है कि हमारी बेटी सुरक्षित रहें. उसी के चलते बच्चियों को संस्कारित बनाना होगा. महिला एवं पुरुष दोनों एक समान है जब दोनों एक साथ चलेंगे तभी समाज आगे बढ़ेगा. 


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