UP Police Exam 2024 News: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने उप्र पुलिस के आरक्षी (सिपाही) भर्ती के लिए 17 और 18 फरवरी को हुई परीक्षा को निरस्त कर दिया है और छह महीन के अंदर फिर से परीक्षा कराने के आदेश दिए हैं. वहीं इस मामले में एसटीएफ (STF) को जांच की जिम्मेदारी मिली है और एसटीएफ ने प्रदेश में 17 और 18 फरवरी को परीक्षा के दौरान नकल करने वाले अभ्यर्थियों के मददगारों की लिस्ट बनाई है. एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार हुए सभी आरोपियों के पास पेपर किस नेटवर्क से पहुंचा उसका ब्रीफ तैयार कर सभी नेटवर्क को फिर से खंगाला जा रहा है.


गाजियाबाद से गिरफ्तार महिला अभ्यर्थी को नकल करने वाले गुरबचन के गैंग लीडर मोनू मालिक और कपिल की तलाश तेज की गई. मोनू मालिक और कपिल पश्चिम उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में पेपर लीक करने वाले गैंग के सरगना है. वहीं पकड़ी गई महिला अभ्यर्थी रिया चौधरी को ब्लूटूथ के जरिए नकल करने की कोशिश की जा रही थी. गुरबचन के जरिए ही अभ्यर्थी का कपिल मालिक और मोनू मालिक से संपर्क हुआ था. गुरबचन को महिला अभ्यर्थी और उसके भाई के साथ  गिरफ्तार किया जा चुका है.


लखनऊ के कृष्णा नगर से 18 फरवरी को नकल करते पकड़े गए अभ्यर्थी सत्य अमन के वॉट्सएप पर पेपर भेजने वाले नीरज के भी नेटवर्क को खंगाला जा रहा है. लखनऊ पुलिस अभ्यर्थी सत्य अमन और उसके साथी नीरज को 19 फरवरी को ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. नीरज ने पूछताछ में मथुरा के उपाध्याय के जरिए पेपर मिलने की बात कही थी, लेकिन मथुरा का उपाध्याय कौन है कहां रहता है नीरज नहीं जानता.


बता दें कि यूपी पुलिस में सिपाही के 60 हजार से अधिक पदों के लिए 17 व 18 फरवरी को राज्‍य के सभी 75 जिलों में परीक्षा आयोजित की गई थी जिसमें करीब 48 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे. वहीं पुलिस भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र कथित तौर पर लीक होने के विरोध में प्रतियोगी छात्रों ने प्रदर्शन किया था, जिसके बाद यह पेपर रद्द कर दिया गया.


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