Ghazipur News Today: गाजीपुर में पीआरडी जवानों के साथ मारपीट कर उनके ऊपर फायरिंग करने वाले 9 फर्जी किन्नरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा है. गिरफ्तार सभी किन्नर पुरुष हैं और किन्नर का फर्जी वेश बनाकर लोगों के साथ वसूली करते थे. ये सभी गैंग बनाकर काम करते थे और करीमुद्दीनपुर थाना क्षेत्र के गांव इनके निशाने पर थे. ये गांवों में जाते थे और नाच-गाने के नाम पर लोगों से वसूली करते थे, जो लोग पैसा नहीं देते थे उनके साथ अभद्रता करते थे साथ ही शराब पीकर लोगों के साथ मारपीट करना इनका आए दिन का काम था.


कल रात करीमुद्दीनपुर थाना के एक पिकेट पर तैनात दो पीआरडी जवानों पर जब इस गैंग ने हमला कर दिया और फायरिंग किया तब पुलिस सक्रिय हुई और इस गैंग का पर्दाफाश हुआ. दरअसल कल रात पिकेट पर तैनात पीआरडी जवानों ने एक बाइक को रोकने की कोशिश की तो पहले तो बाइक सवार भाग गए बाद में ये लोग अपने गैंग के आठ-नौ सदस्यों के साथ आए और पीआरडी जवानों के साथ जमकर मारपीट की और उनके ऊपर फायरिंग किया. इसके बाद पुलिस ने जब जांच शुरू की तब इस गैंग की पोल खुली और हकीकत का पता चला.

 

फर्जी किन्नरों को पुलिस ने दबोचा

 

इस मामले में एक तथाकथित यूट्यूबर पत्रकार सुनील सिंह को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है. सुनील सिंह को ही इस गैंग का मास्टर माइंड बताया जा रहा है. सुनील पुरुषों को महिलाओं के वेश में ड्रेसअप कराता था और उनको किन्नर का रूप देता था और उनसे नाच-गाने की आड़ में लोगों से वसूली करवाता था. गिरफ्तार सभी फर्जी किन्नर प्रमोद यादव, सुनील सिंह, किशन यादव, राहुल चौहान, जितेंद्र ठाकुर उर्फ पायल, लक्की उर्फ रानी, राजू उर्फ पूजा, शरीफ उर्फ पलक, पिंटू गुप्ता उर्फ संध्या 19 से 26 वर्ष के बीच आयु के हैं और सभी पुरुष हैं.

 

गाजीपुर के एसपी ने क्या कहा?


एसपी ने इस गैंग को मीडिया के सामने पेश किया और बताया कि 29/30 जून की रात को इस गैंग के लोगों ने पीआरडी जवानों के साथ मारपीट की थी. करीमुद्दीनपुर थाने के एक पिकेट पर दो पीआरडी जवान तैनात थे. उसी समय एक बाइक आती दिखी जिसपर पीछे एक महिला बैठी हुई थी, जब उन्होंने बाइक को रोका तब उस समय वो भाग गये पर बाद में वो आठ-नौ लोगों के साथ वापस आये और पीआरडी जवानों से मारपीट शुरू कर दी.

 

उन्होंने पीआरडी जवानों पर जान से मारने की नीयत से फायरिंग भी किया. इसके बाद पुलिस ने इनकी तलाश शुरू की तो पता चला कि उस क्षेत्र में इनका आतंक फैला हुआ था. ये गैंग किसी घर में, जहां कोई मांलिक काम पर होता था, वहां जाते थे और एक तरह से उनका एक्सटॉरसन करते थे. इनमें से चार-पांच महिला के वेश में रहते थे.जब कड़ाई से इनसे पूछताछ की गयी तो ये सभी पुरुष निकले. इस गैंग ने पूरे क्षेत्र में आतंक मचा रखा था और शराब पीकर लोगों से मारपीट भी करते थे. आज इन सभी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है. 

 

(आशुतोष त्रिपाठी की रिपोर्ट)