UP Nikay Chunav Results 2023: यूपी निकाय चुनाव में बागपत जनपद में भाजपा को बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा है. बागपत में तीन नगर पालिका और छह नगर पंचायतों में से एक नगर पालिका पर ही बीजेपी को जीत हासिल हो पाई है. बागपत और बड़ौत नगर पालिका के अलावा रटौल, अमीनगर सराय, टटीरी, दोघट व छपरौली नगर पंचायत में भाजपा को हार का मुंह देखना पड़ा है. यह हाल तो तब है जबकि भाजपा ने अपने मंत्री, सांसद और विधायक को चुनाव मैदान में उतार रखा था. 


बागपत के सांसद सत्यपाल सिंह ने भी यहां पर निकाय चुनाव की बागडोर संभाली हुई थी, बावजूद इसके पार्टी को इतनी बड़ी पराजय मिली. इस बारे में जब बीजेपी सांसद से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि पार्टी को निचले स्तर पर चुनाव नहीं लड़ना चाहिए था. कई लोग टिकट न मिलने के कारण बागी हो गए थे. हालांकि इसे आने वाले चुनाव से जोड़कर नहीं देखा जा सकता है और पार्टी हार के कारणों की समीक्षा करेगी. 


बीजेपी सांसद ने बताई हार की वजह


सत्यपाल सिंह ने कहा, देखिए मैं ये कहना चाहता हूं कि जितने भी लोगों ने भाजपा को वोट दिया है वो मोदी जी और योगी जी को वोट दिया. उनका मैं अभिनंदन व्यक्त करते हुए आभार व्यक्त करता हूं. मेरा मानना है कि नगर पंचायत और नगर पालिका के चुनावी स्तर पर पार्टी को नहीं आना चाहिए. कई जगह ऐसा हुआ कि हमारी पार्टी के लोगों को जगह-जगह टिकट नहीं मिला तो वे बागी हो गए. कई जगह हमारी पार्टी के लोग ही जीते हैं.


बीजेपी सांसद ने कहा, "हमारा बड़ौत का जो समीकरण था उसे ऐसे मानना चाहिए कि बागपत तो पहले से ही हमारे फेवर में नहीं था, लेकिन बड़ौत के अंदर जिस तरह से वोटिंग किया गया और जिस तरह से हमारे अल्पसंख्यक समुदाय के प्रत्याशी थी उन्होंने जिस तरह विड्रो किया, उससे मामला गड़बड़ा गया. ये कह सकते है कि हमारी पार्टी को जितनी मजबूती से काम करना चाहिए था उसमें कुछ कमी रही होगी. निश्चित रूप से पार्टी उसकी समीक्षा करेगी लेकिन यह आने वाले चुनाव के लिए कोई संकेत या इशारा नहीं है. आने वाले समय में विकास, सुशासन और सुरक्षा के नाम पर वोट करेंगे. 


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