उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police) के करीब 125 कर्मियों के परिजनों को अब तक मुआवजा नहीं मिला है. इन पुलिसकर्मियों की कोरोना काल में ड्यूटी के दौरान संक्रमण (Corona Infection) से मौत हो गई थी. वहीं सूत्रों का कहना है कि कोरोना काल में जान गंवाने वाले 180 में से करीब 50 पुलिसकर्मियों को मुआवजे से जुड़े आवेदन निरस्त किए जा चुके हैं. वहीं शासन स्तर पर अब भी कई आवेदन लंबित पड़े हैं.वहीं कुछ मामले ऐसे हैं, जिनमें नियम-कानून आड़े आ रहा है. इनमें आवेदक पात्र नहीं माने जा रहे हैं.


क्यों नहीं मिल रहा है मुआवजा


प्रदेश सरकार ने घोषणा की थी कि कोरोना संक्रमण के दौरान जान गवाने वाले पुलिसकर्मियों के परिजनों को 50 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा. कोरोना काल में पुलिसकर्मियों ने कानून-व्यवस्था से लेकर लॉकडाउन को सख्ती से लागू करवाने तक का पालन करवाने के लिए जान जोखिम में डालकर ड्यूटी की थी.इसमें बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी भी कोरोना संक्रमित हुए थे.कोरोना की पहली लहर में संक्रमित होने के बाद करीब 90 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी.  


आड़े आ रहे हैं कौन से नियम


सूत्रों का कहना है कि पुलिसकर्मियों के परिजनों को मुआवजा देने में कई नियम आड़े आ रहे हैं, जैसे जिन पुलिसकर्मी की मौत हुई उनकी रवानगी जीडी में दर्ज है या नहीं? अगर जीडी में ड्यूटी के लिए रवानगी दर्ज नहीं है तो संबंधित पुलिसकर्मी के परिजनों को मुआवजा हासिल करने में मुश्किल आ रही है.वहीं डेढ़ दर्जन से अधिक मामले तो जिलाधिकारी के स्तर पर भी लंबित पड़े हुए हैं.


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