Lucknow News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को अपने सरकारी आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक की. बैठक में आयुष्मान भारत योजना के क्रियान्वयन, निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेजों की स्थिति और डेंगू की रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. इस दौरान उन्होंने कहा कि अस्पतालों में आवश्यकतानुसार अतिरिक्त बेड की व्यवस्था कराई जाए. गांव हो या कि शहर कहीं भी एक भी संक्रमित मरीज इलाज के अभाव में परेशान न हो. सभी सरकारी व निजी अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों में नए रोगियों की नियमित रिपोर्टिंग जरूर हो.


योगी ने कहा कि जनपदों में आउटब्रेक्स की स्थिति पर नियंत्रण हेतु ठोस प्रयास किए जाने आवश्यक है. नगर विकास, ग्राम विकास एवं पंचायती राज विभाग मच्छरों पर प्रभावी नियंत्रण हेतु फॉगिंग एवं लार्विसाइडल स्प्रे कराई जाए. सुबह सैनिटाइजेशन और शाम को फॉगिंग का कार्य निरंतरता के साथ कराएं.


आयुष्मान कार्ड बनाने के निर्देश


योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के लिए पात्र हर परिवार का आयुष्मान कार्ड जरूर बनाया जाए. अब तक 191.9 लाख परिवार इन योजनाओं से आच्छादित होकर 5 लाख वार्षिक के मुफ्त स्वास्थ्य बीमा सुविधा से लाभान्वित हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि असेवित जिलों में मेडिकल कॉलेज स्थापना के लिए राज्य सरकार ने पीपीपी मोड की नीति अपनाई है. इसके तहत शामली, मऊ, महराजगंज और संभल में कार्य प्रारंभ हो चुका है. बागपत, मैनपुरी, कासगंज, महोबा, हमीरपुर और हाथरस के लिए वायबिलिटी गैप फंडिंग के तहत भारत सरकार से अनुमोदन प्राप्त हो चुका है. सभी जगह शीघ्र ही कार्य प्रारंभ किए जाएं.


शिक्षकों व स्टाफ नर्सों को नियुक्ति पत्र देने की तैनाती सुनिश्चित करें- योगी


योगी ने आगे कहा कि विभिन्न चिकित्सा महाविद्यालयों में चयनित 293 शिक्षकों और 1950 से अधिक स्टाफ नर्सों को नियुक्ति पत्र प्रदान कर तैनाती सुनिश्चित करें. राजकीय मेडिकल कॉलेजों में आचार्य, सह आचार्य और सहायक आचार्य के रिक्त पदों पर यथाशीघ्र योग्य चिकित्सकों की नियुक्ति की जाए.


ये भी पढ़ें: UP News: 'आजम खान मुसलमान हैं इसलिए...', सपा नेता को हुई सजा पर बोले अखिलेश यादव