UP News: उत्तर प्रदेश के बलरामपुर (Balrampur) जिले में एक तरफ केंद्र की मोदी सरकार और सूबे की योगी सरकार ढांचागत परियोजनाओं के सुधार पर जोर आजमाइश कर रही है. वहीं, दूसरी तरफ जिले के अधिकारी, कर्मचारी केंद्र व प्रदेश सरकार की मंशा पर पानी फेरने में लगे हुए हैं. जिले की स्वास्थ्य सुविधाओं में बढ़ोतरी के लिए विगत 3 वर्षों में कुल 39 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (Health and wellness centers) को बनाने की प्रक्रिया चल रही है.

भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहे हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर

आयुष्मान भारत योजना के तहत बनाए जा रहे ये हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर जिले के रिमोट इलाकों में आम नागरिकों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाएंगे लेकिन इनके निर्माण में व्यापक रूप से भ्रष्टाचार हो रहा है. तकरीबन 17 लाख 50 हजार रुपए की लागत से बनाए जा रहे ये हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर लगातार भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहे हैं. यहां पर न केवल मानक विहीन निर्माण करवाया जा रहा है बल्कि निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का इस्तेमाल होने कारण यहां पर कोई भी अनहोनी होने की आशंका ग्रामीणों द्वारा जताई जा रही है.

 बघेलखंड के ग्रामीण बताते हैं कि यहां पर लगातार मानकों की अनदेखी करते हुए हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर का निर्माण करवाया जा रहा है. लाल मोर ना लगाकर सफेद बालू का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके साथ ही अव्वल ईट की जगह पीली ईट का इस्तेमाल किया जा रहा है. यह निर्माण जैसे-तैसे पूरा करवाया जा रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि यहां पर हमारे बच्चों का इलाज होना है, हमारे गांव की गर्भवती महिलाओं का इलाज होना है इसलिए हम लोगों ने कई बार विरोध भी किया और शिकायत भी दर्ज करवाई लेकिन उच्च अधिकारियों द्वारा कोई सुनवाई नहीं की गई.

सीडीओ बोले- होगी मामले की जांच

वहीं, सीडीओ संजीव कुमार मौर्य ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर का निर्माण जिले के शिवपुरा, तुलसीपुर, गैसड़ी, पचपेड़वा ब्लॉक में करवाया जा रहा है. कुल  मिलाकर 39 हेल्थ एंड वैलनेस केंद्र का निर्माण होना है. इसके अतिरिक्त कुछ जगहों पर कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर (सीएचओ) रूम का निर्माण करवाया जाना है. हम लोगों द्वारा लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है, फिर भी यदि इस तरह की शिकायतें आ रही हैं तो जांच कमेटी गठित करके जांच करवाई जाएगी और यदि कोई दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. 

 बताते चलें कि बलरामपुर जिला देश के अति महत्वकांक्षी जिलों की श्रेणी में शामिल है. वहीं, बलरामपुर जिले का हर्रैया सतघरवा (शिवपुरा), तुलसीपुर, गैसड़ी व पचपेड़वा ब्लॉक प्रदेश के अति महत्वकांक्षी ब्लॉक्स में शामिल किया गया है, यहां पर नीति आयोग और उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा निर्धारित कुल 18 इंडिकेटर पर लगातार काम करवाया जा रहा है ताकि जिले के स्थानीय लोगों की जीवनशैली व जीवन स्तर में बदलाव आ सके.

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