Ram Mandir News: रामलला के मंदिर निर्माण की प्रक्रिया तेजी के साथ चल रही है. मंदिर निर्माण लगभग 30 प्रतिशत का काम पूरा हो चुका है. बुनियाद भरे जाने के बाद राफ्ट का काम हुआ अब उसके ऊपर प्लिंथ बनाई जा रही है जो जमीन से साढ़े 6 मीटर ऊंची होगी प्लिंथ के पत्थरों को मिर्जापुर के बलुआ पत्थरों से ऊंचा किया जा रहा है और इसके ऊपर ग्रेनाइट पत्थर लगाए जाएंगे. मंदिर निर्माण समय से पूरा हो इसको लेकर लगातार बैठकों का दौर चलता रहता है भवन निर्माण समिति ट्रस्ट के पदाधिकारियों के साथ प्रत्येक माह में स्थलीय निरीक्षण और कार्य की प्रगति तथा आने वाली बाधाओं पर चर्चा करती है.


जिसमें कार्यदाई संस्था के इंजीनियर और वैज्ञानिक भी शामिल होते हैं फिलहाल प्राथमिकता के तौर पर मंदिर निर्माण क्रमबद्ध तरीके से किया जा रहा है मंदिर निर्माण के साथ सरयू की जलधारा से मंदिर को हजारों वर्षों तक सुरक्षित रखने के लिए जमीन के 50 मीटर नीचे रिटेनिंग वॉल बनाई जा रही है जो रामलला के मंदिर के न्यू की बुनियाद को सरयू के जलधारा से बचाएगी इसके बाद पत्थरों को निर्माणाधीन स्थल तक लाया जाएगा उन पत्थरों को भी निर्माणाधीन स्थल के आसपास ही रखा जाएगा जिनकी जरूरत के हिसाब से आसानी पूर्वक उपलब्धता हो सके आधुनिक टेक्नोलॉजी से मंदिर निर्माण की प्रक्रिया को क्रमबद्ध तरीके से जोड़ा जाए अनंत काल तक मंदिर सुरक्षित रहे इसको लेकर के ट्रस्ट काफी लंबे समय से मंथन कर रहा है.


भकतों को मिलेगी खास सुविधाएं
भगवान राम लला के गर्भ ग्रह और रिटेनिंग वॉल का काम पूरा होने के बाद श्रद्धालुओं की मूलभूत सुविधाओं को लेकर के संपूर्ण 70 एकड़ में काम होना है जिसके लिए एक कार्य के समापन के साथ दूसरे कार्य को प्रारंभ किया जाएगा मंदिर परिसर में ही संस्कृत विद्यालय ,गौशाला, पाठशाला,श्रद्धालुओं की मूलभूत सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए मंदिर परिसर का विकास छोटे मंदिर भी संपूर्ण परिसर में बनाये जाने को लेकर के क्रमबद्ध तरीके से ही काम ट्रस्ट करेगा.


कोरोना के कारण प्रभावित हुआ कार्य
राम मंदिर का निरीक्षण करने पहुंचे ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने बताया कि 28-29 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो गया है एक वैश्विक महामारी जो गई है उससे ना केवल राम जन्म भूमि का कार्य प्रभावित हुआ बल्कि पूरा विश्व प्रभावित हो गया उससे हम लोग भी प्रभावित हुए जो हम लोगों की पहले की योजना थी वह भी ग्रस्त हो गया इसलिए पिछले लंबे समय इस महामारी से उबरने में लगा फिर भी हम लोगों का जो लक्ष्य है. उसमें तेज गति से काम चला है.


विभिन्न प्रकार के बाधाओं को होते हुए हमारी जो भवन निर्माण समिति है उन्होंने काफी तत्परता से कार्य को आगे बढ़ाया है. राम जन्म भूमि के लिए यह कार्य सदियों तक समाज को प्रेरणा देता रहेगा इसीलिए निर्माण कार्य में लगे हुए जो लोग हैं और हमारी जो भवन निर्माण समिति है. वह हर एक बिंदु पर गंभीरता से विचार करते हैं कार्य की प्रगति का कई आयाम है और उन सभी आयामों पर विचार हुआ है रिटेनिंग वॉल का भी और मंदिर निर्माण का भी एक जो रॉ मटेरियल है उसकी उपलब्धता उसको जल्द से जल्द पत्थर पर जो काम होंगे उन सबको क्रमबद्ध तरीके से किया जाए.


मंदिर निर्माण के इतिहास को किया जाएगा संरक्षित
वहीं टेक्नोलॉजी के सहारे मंदिर निर्माण और उसके इतिहास को संरक्षित रखने पर बोलते हुए ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने कहा कि विषयों में बहुत तेज गति से परिवर्तन हुआ है अब जो नया टेक्नोलॉजी आया है उसमें विषयों को सूचीबद्ध करना दीर्घकाल तक समाज उसको देख सके उन सारे कामों का लेखा-जोखा चलता है. पहले के जमाने में चीजों को सहेजना कठिन होता था अब के जमाने में ऐसा सुलभ हो गया है चीजों को सहेजने के लिए अब एक ही विधा नहीं है कई विधाएं हैं जिनका उपयोग हर जगह किया जा रहा है.


पत्थर की आपूर्ति पर बोले कामेश्वर चौपाल कहा कि जैसे आवश्यकता होती रहेगी वैसे वैसे पत्थर लाए जाएंगे आप कल्पना कर सकते हैं जो पत्थर रखे जाएंगे वह मंदिर के लिए रखे जाएंगे अगर व्यवस्थित नहीं रखे जाएंगे तो मंदिर के निर्माण में बाधाएं आएंगी पत्थरों को निर्माणाधीन स्थल के आसपास व्यवस्थित ढंग से रखने के लिए सारी आवश्यक सामान पत्थर और रॉ मैटेरियल को एक बार संकलित कर लेना है अव्यवस्थित ढंग से रखे गए बाधा उत्पन्न करेंगे.


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